खुशहाल हो प्रकृति और घर संसार, जब हम लाएं फूलों की बहार” थीम पर 33 वें फ्लावर शो का होगा आयोजन

23 से 26 दिसंबर तक सुबह 9 से रात्रि 9 बजे तक लोग उठा सकते हैं लुप्त

जमशेदपुर : बिस्टुपुर स्थित गोपाल मैदान में ” खुशहाल हो प्रकृति और घर संसार, जब हम लाएं फूलों की बहार” थीम पर 23 से 26 दिसंबर तक 33 वें फ्लावर शो का आयोजन होने जा रहा है। जिसमें रंग-बिरंगे मौसमी फूल, बोनसाई, सब्जियां, मिट्टी रहित संस्कृति, गमले में लगे पौधों के साथ-साथ भू- दृश्य समेत विभिन्न प्रकार की प्रदर्शनियों का लोग दीदार कर सकेंगे। इसके अलावा उद्यान आधारित उत्पादों और तकनीकी सत्रों का एक बड़ा संग्रह आगंतुकों को हमारी प्रकृति के संरक्षण और हरे-भरे परिवेश के पहलुओं से परिचित कराएगा। वहीं टाटा स्टील और टाटा स्टील यूआईएसएल के सहयोग से हॉर्टिकल्चरल सोसायटी जमशेदपुर द्वारा इसका आयोजन किया जा रहा है। जिसमें प्रदर्शनियों का मूल्यांकन देश भर के प्रख्यात बागवानी विशेषज्ञों द्वारा किया जाएगा। उक्त जानकारी शनिवार सेंटर फॉर एक्सीलेंस में आयोजित प्रेसवार्ता में हॉर्टिकल्चरल सोसाइटी जमशेदपुर की अध्यक्ष सुमित्रा नूपुर ने दी। मौके पर सचिव अनुराधा और सुकन्या दास भी उपस्थित रहीं। इस दौरान अध्यक्ष ने कहा कि 23 दिसंबर को फ्लावर शो उद्घाटन के दिन बतौर मुख्य अतिथि झारखंड सरकार के आईएफएस प्रिंसिपल चीफ कन्वर्सेशन ऑफ फारेस्ट, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर कम डब्ल्यूएलडीबी रांची शशिकार सामंता और टाटा स्टील कॉरपोरेट सर्विसेज के वीपी चाणक्य चौधरी मौजूद रहेंगे। वहीं 26 दिसंबर समापन के दिन बतौर विशिष्ट तिथि आईएफएस प्रिंसिपल चीफ कन्वर्सेशन ऑफ फारेस्ट एंड हेड ऑफ फारेस्ट फोर्स रांची संजय श्रीवास्तव शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता क्षेत्र को दो भागों शौकिया और संस्थान में विभाजित किया गया है। जिसके तहत गमले में लगे मौसमी फुल, बारहमासी फूल, फल व सब्जियां, पत्तेदार पौधे, कैक्टि रसीले पौधे, बोनसाई, कटे हुए फूल, गुलदस्ते, औषधीय और सुगंधित पौधे शामिल है। फ्लावर शो में 33 नर्सरी होगी। जिसमें 5 कलिंग पोंग से, 4 उडिशा से, 7 पश्चिम बंगाल व 17 स्थानीय और 14 अष्टकोणिय हैंगर होंगे। वहीं थीम के अनुरूप एक विशेष प्रदर्शन क्षेत्र होगा। जिसका उद्देश्य खुशहाल प्रकृति के महत्व पर शहर के नागरिकों के बीच जागरूकता पैदा करना है। हमारे चारों ओर हरियाली और फुल होने से यह संभव है। तकनीकी सत्र 24 और 25 दिसंबर को आयोजित किए जाएंगे। जिसके तहत 24 दिसंबर को मौसमी फूलों की खेती, सब्जी और किचन गार्डनिंग की नई तकनीकों को बताया जाएगा। जबकि 25 दिसंबर का सत्र स्मार्ट बागवानी की तकनीक के साथ साथ महत्वपूर्ण रूप से पौधों के कीट और पोषण पर केंद्रित होगा। जिसमें भाग लेने के लिए शहर और इसके आस-पास के छात्रों को आमंत्रित भी किया गया है। इसी तरह 24 दिसंबर की सुबह 9 बजे से स्कूली बच्चों के लिए सीट एंड ड्रॉ प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जाएगा। जिसका उद्देश्य युवा मन में प्रकृति और हरियाली के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करना है। प्रत्येक साल यह आयोजन बहुत सारी प्रविष्टियां उत्पन्न करता है। इस साल हमारे पास जज करने के लिए 780 उभरते कलाकार हैं। जिसको लेकर हमने पहले ही पंजीकरण कर लिया है। वहीं प्रतियोगिता को जज करने के लिए कोलकाता दुर्गापुर से 10 जजों की टीम भी आएगी। बिक्री काउंटरों के लिए अलग जगह होगा। जिसमें नर्सरी की कुल संख्या 25 और पैन इंडिया के 14 स्टॉल होंगे। जहां दुर्लभ प्रजातियों के पौधे और उद्यान सामग्री देखने को मिलेंगे। उत्तर और दक्षिण भारतीय, चाइनीज के साथ साथ स्ट्रीट फूड के 12 स्टॉल भी मौजूद होंगे। प्रदर्शनी के दौरान मदद के लिए रिसेप्शन काउंटर पर एक हेल्प डेस्क भी उपलब्ध होगा। साथ ही बुजुर्गों के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था भी की गई है। पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी 10 रुपए का एंट्री टिकट लगेगा। पूरी प्रदर्शनी सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेगी। वहीं घूमने आए दर्शकों के लिए बायो टॉयलेट की व्यवस्था के साथ-साथ फास्टेस्ट किट भी उपलब्ध होगा। अग्निशमन उत्पादों की व्यवस्था भी रहेगी। जिसके तहत मेंबर मॉक ड्रिल ट्रेनिंग भी लेंगे। वहीं 24 और 25 दिसंबर की संध्या नृत्य मंडलियों द्वारा कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी जाएगी।

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