भाजपा नेताओं के स्वास्थ्य मंत्री के दरबार में हाजिरी से चर्चाओं का बाजार हुआ गर्म

 विधायक सरयू राय की पार्टी भाजमो ने इंडिया-एनडीए के अनोखे गठबंधन पर खड़े किए सवाल

जमशेदपुर : पूर्वी विधानसभा क्षेत्र के कुछ भाजपा नेताओं का स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के प्रति प्रेम खुलकर सामने आ रहा है। बीते दिनों पार्टी लाइन से बाहर जाकर भाजपा नेताओं ने मंत्री के कदमा बाजार स्थित कार्यालय में जाकर उनसे मुलाकात भी की। इस दौरान घंटो चर्चा भी हुई। जिसको लेकर भारतीय जनतंत्र मोर्चा ने सवाल भी खड़े किए हैं। वहीं मोर्चा के जिला महामंत्री मनोज सिंह उज्जैन ने मुलाकात की फोटो के साथ विज्ञप्ति जारी करते हुए जमशेदपुर शहर में इन्डिया-एनडीए गठबंधन के अनोखे उदाहरण पर सवाल भी खड़े किए है। उन्होंने कहा कि भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष रामबाबु तिवारी और भाजपा नेता सह सिदगोड़ा सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह द्वारा राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के कदमा स्थित कार्यालय में जाकर उनसे मिलना किसी राजनीतिक घटनाक्रम का हिस्सा नहीं है। बल्कि यह एक सोची समझी पूर्व निर्धारित मुलाकात है। जिसपर तंज कसते हुए उन्होंने शहर में इन्डिया-एनडीए का अनोखा गठबंधन होने पर सवाल भी खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि एक तस्वीर सोशल मिडिया पर बड़ी तेजी से वाइरल हो रही है। जिसमें भाजपा के कद्दावर नेता रामबाबू तिवारी और सूर्य मंदिर समिति नामक संस्था के तथाकथित अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह मंत्री बन्ना गुप्ता से उनके आवासीय कार्यालय में जाकर मुलाकात कर रहे हैं। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि इन्डिया और एनडीए के इन दो ध्रुवों के बीच बंद कमरे में घंटों बातचीत भी हुई। आगे उन्होंने कहा कि शहर की जनता यह जानने का अधिकार रखती है की आखिर शहरी राजनिति में इस गठजोड़ के क्या मायने है। कहीं ऐसा तो नहीं की झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के राज्यपाल बनने के बाद उनके नवरत्न नए आश्रय की तलाश में कदमा दरबार पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि इन नेताओं की मुलाकात से जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र को अशांत करने की साजिश रचने की बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता। फिलहाल भाजपा जमशेदपुर महानगर जिलाध्यक्ष को अपने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से यह स्पष्टीकरण लेना चाहिए कि आखिर मंत्री बन्ना गुप्ता के कार्यालय जाकर नतमस्तक होने के पीछे की वजह क्या है। वहीं भाजपा और कांग्रेस को जनता की जिज्ञासा को दुर करना चाहिए कि आखिर शहर में सत्ता पक्ष और विपक्ष की भुमिका क्या है।

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