चैत्र शुक्ल प्रतिपदा अर्थात नववर्षारंभ के अवसर पर विजय का प्रतीक स्वरुप ब्रह्मध्वज का सामुहिक पूजन संपन्न

कतरास: मंगलवार को नववर्षारंभ अथार्त सम्वत्सरारम्भ के पावन अवसर पर कतरास स्थित ‘ध्यान मन्दिर, खेमका पेट्रोल पंप प्रांगण’ में सामुहिक ब्रह्म ध्वज का पूजन सात्विक एवं उस्फूर्त वातावरण में सम्पन्न हुआ। हिन्दू जनजागृति समिति के श्री समरपाल सिंह एवं श्री सरजू केशरी ने बड़े ही भाव के साथ ब्रह्मध्वज का पूजन किया तथा शास्त्रानुसार व शुद्ध विधि से ब्रह्मध्वज लगाया गया। “पृथ्वी के सारे जीव सुखी एवं निरामय अर्थात (रोग मुक्त) हों। सभी का कल्याण हो। सबकी एक दूसरे की ओर देखने की दृष्टि शुभ एवं कल्याणमयी हो एवं किसी को भी दुख प्राप्त न हो” यह संकल्प कर, वह प्रत्यक्ष में साध्य हो, इसलिए कृतिशील भक्ति के लिए मूर्त स्वरूप ध्वज की स्थापना कर ब्रह्मदेव का पूजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित पूज्य प्रदीप खेमका जी ने बताया कि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा, हिंदुओं के नव वर्ष का आरंभ है। इसी दिन सृष्टि की निर्मिति हुई थी, इसलिए यह केवल हिंदुओं का ही नहीं अपितु अखिल सृष्टि का नव वर्ष आरंभ है। इस शुभ अवसर पर ब्रह्मदेव की पूजा की जाती है, क्योंकि इस दिन ब्रह्मदेव ने विश्व की रचना की थी। ऐसा कहा जाता है, संवत्सर पूजा करने से समस्त पापों का नाश होता है। आयु में वृद्धि होती है, सौभाग्य बढ़ता है एवं शांति प्राप्त होती है। पूज्य प्रदीप खेमका के साथ सभी ने सामुहिक प्रार्थना किया – ” हे ब्रह्म देव, हे श्री विष्णु इस ध्वज में जो शक्ति समाहित है वो हमें प्राप्त हो तथा इस शक्ति का राष्ट्र और धर्म के कार्य में उपयोग कर सकें, यही आपसे प्रार्थना है।”

कार्यक्रम में सनातन संस्था की संत पूज्य सुनीता खेमका जी, हिन्दू जनजागृति समिति के श्री बिनोद जालान, श्री संजय अग्रवाल, श्री राजेश चक्रवर्ती, श्री श्रवण अग्रवाल, श्री मती रजनी श्रीवास्तव, श्रीमती पिंकी केशरी, श्रीमती वीणा राजगढ़िया, श्रीमती सुधा चौधरी एवं अनेक धर्मनिष्ठ लोगों की भी उपस्थिति रही। सभी श्रद्धालू भक्तों ने ब्रह्मध्वज के चैतन्य का लाभ उठाया।

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