भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का हजारीबाग से था गहरा लगाव

 

संजय सागर

बड़कागांव :आयरन लेडी भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का गहरा लगाव हजारीबाग से था. इंदिरा गांधी राजनीतिक संबंध को मजबूती बनाए रखने को लेकर रामगढ़ राजकीय राजा व रानी, हजारीबाग के एच. एच रहमान, तपेश्वर देव बड़कागांव के हरि मिस्त्री, केरेडारी के आनंदी साव के पास पत्राचार किया करते थे. बड़कागांव निवासी हरि मिस्त्री के पुत्र लखन विश्वकर्मा याद गार के लिए इंदिरा गांधी के पत्रों को संभाल कर रखे हुए है. इंदिरा गांधी कि प्रशंसकों का कहना है कि इंदिरा गांधी को हजारीबाग के आबो – हवा से विशेष लगाव था. यही कारण है कि हजारीबाग भारत की प्रथम महिला प्रधानमंत्री कई बार आती रही.

इंदिरा गांधी का हजारीबाग में पहली बार आगमन 25 अक्टूबर 1959 को हुआ था. उन्होंने जिला कांग्रेस कार्यालय की आधारशिला रखी थी. जब इंदिरा गांधी केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री बनी थी, तब उन्होंने 24 मई 1955 को उसी भवन का उद्घाटन भी की थी .

1971 के संसदीय चुनाव में इंदिरा जी देशव्यापी दौरा की थी, उस समय भी हजारीबाग वह आई थी. उस दौरान उन्होंने कर्जन ग्राउंड में आयोजित आमसभा में जनता से सहयोग की अपील की थी. परिणाम स्वरुप यह हुआ कि हजारीबाग, चतरा और गिरिडीह की तीनों संसदीय सीटें कांग्रेस की झोली में गई थी. 1972 के विधान सभा चुनाव में पुन: उनका दौरा हुआ। उस समय केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री भीष्म नारायण सिंह, हजारीबाग के वरिष्ठ कांग्रेसी एचएच रहमान और तापेश्वर देव, बड़कागांव के हरि मिस्त्री साथ में थे. इंदिरा जी के बुरे दिन के साथी तापेश्वर देव और बिंदेश्वरी दुबे थे. वरिष्ठ कांग्रेसी विनय श्रीवास्तव ने बताया कि हजारीबाग से विशेष रूप से लगाव होने को एक अन्य कारण था, यहां की प्राकृतिक छटा. उन्होंने वन्य जीवों की रक्षा के लिए तत्कालीन सीसीएफ एसपी शाही को पत्र भी लिखा था। रामगढ़ घराने के तीन महिला सांसदों विजया राज लक्ष्मी, शशांक मंजरी व ललिता राज लक्ष्मी से बातचीत के क्रम में इंदिरा जी ने हजारीबाग को विशेष पैकेज देने की बात कही थी.

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