विधायक किशुन दास ने आई टी आई प्रशिक्षण केंद्र का मामला सदन में उठाया
टंडवा: झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र के अंतिम दिन सिमरिया के विधायक किशुन कुमार दास ने चतरा जिला के आईटीआई कॉलेज में पठन पाठन का मामला सदन में उठाया है।दरअसल विधायक किशुन कुमार दास ने सरकार से यह जानना चाहा कि टंडवा में सीसीएल की मगध,अम्रपाली,पिपरवार जैसी कोल परियोजनाओं के साथ-साथ एनटीपीसी की परियोजनाएं भी संचालित हैं। ऐसे में इस क्षेत्र के छात्र-छात्राओं को औद्योगिक प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए हजारीबाग, रांची सहित अन्य स्थानों पर पढ़ाई करने के लिए जाना पड़ता है। उन्होंने सरकार से पूछा कि चतरा जिला के अंतर्गत सरकारी आईटीआई और निजी आईटीआई में पठन-पाठन की स्थिति क्या है। इस मामले में सदन के माध्यम से सरकार ने बताया कि चतरा जिला के सिमरिया प्रखंड क्षेत्र में सरकारी आईटीआई संस्थान है जबकि चतरा शहर के किशनपुर मोहल्ले में भी सरकारी आईटीआई संस्थान है। इसके अलावा हंटरगंज में प्राइवेट औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान जो निजी हैं ,इसके साथ-साथ चतरा जिला मुख्यालय में नीलम सिंह कॉलेज आफ टेक्नोलॉजी एवं रिसर्च प्राइवेट औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान निजी और औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान इटखोरी जो कि ट्रेनिंग सर्विस प्रोवाइडर के अंतर्गत एकमे एजुकेशन सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा संचालित है। इन सभी संस्थाओं में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में टंडवा प्रखंड के छात्र-छात्रा द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया जा रहा है। हालांकि सदन के माध्यम से सरकार ने बताया कि टंडवा प्रखंड क्षेत्र में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना का प्रस्ताव सरकार के स्तर पर अभी तक विचाराधीन नहीं है। हालांकि सरकार के जवाब से यह जानकारी मिलता है कि चतरा जिला में दो सरकारी आईटीआई संस्थान है जबकि तीन निजी आईटीआई संस्थान है। लेकिन इन सभी आईटीआई में पठन-पाठन की समुचित व्यवस्था अब तक राज्य सरकार के द्वारा नहीं की गई है और यही वजह है कि चतरा जिला के छात्र-छात्राओं को आईटीआई में पढ़ाई करने के लिए रांची या दूसरे शहरों में पढ़ाई करना पड़ता है। गौरतलब है कि चतरा विधानसभा से विधायक सत्यानंद भोक्ता ही हेमंत सोरेन सरकार में श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं उद्योग मंत्री है। बावजूद इसके चतरा जिला के छात्र-छात्राओं को आईटीआई में पढ़ने का लाभ नहीं मिल पा रहा है। चतरा विधानसभा से राजद के विधायक सत्यानंद भोक्ता ही हेमंत सोरेन सरकार में श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं उद्योग मंत्रालय का काम संभाल रहे हैं। इसके बावजूद चतरा जिला के लोगों को आईटीआई में पढ़ने के लिए दूसरे जिलों में जाना पड़ता है जो दुर्भाग्यपूर्ण है।