साकची बंगाल क्लब में धूमधाम से मना श्री जीण माता का 18 वां वार्षिक महोत्सव

जमशेदपुर : मईया थारी चुदड़ी में कुछ तो बात हैं., मइया थारे हाथ रचावण घनी राचणी मेहंदी लाया., तेरे भरोसे मेरा परिवार हैं., ऊंचों राख निशान मैया को लांबी डोरी खींच., मेरो हाथ पकड़ ले मइया मेरो मन घबरावे., जा के सर पर हाथ अपनी कुल देवी का होवे., भक्तो का चलता जोर तो मंदिर चांद पे हम बनवाते., माता थारो प्यार बरसो लो बेसुमार., काजल शिखर पर जीण भवानी को सच्चा दरबार हैं., सबको देती हैं मइया अपने खजाने से., भक्तों ने ज्योत जलाई मैया दौड़ी चली आई., जैसे श्री जीण माता के भजनों पर मंगलवार की देर रात्रि तक भक्त झूमते रहे। मौका था शहर की धार्मिक संस्था श्री जीण माता परिवार जमशेदपुर द्वारा आयोजित जीण माता का 18 वां वार्षिक महोत्सव का। जिसमें बतौर मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता की पत्नी समाज सेविका सुधा गुप्ता शामिल हुई। इस दौरान उन्होंने माता के दरबार में माथा टेका और ज्योत भी ली। साकची स्थित बंगाल क्लब में कोलकात्ता के आमंत्रित प्रसिद्ध भजन गायक जयशंकर चौधरी तथा चंडीगढ़ के आशीष देशवाल ने भजनों की अमृत वर्षा कर महोत्सव में उपस्थित सैकड़ों भक्तों को देर रात तक झूमने पर मजबूर कर दिया। साथ ही स्थानीय भजन गायक महावीर अग्रवाल ने भी मंच का सफल संचालन करने के दौरान वीर हनुमाना अति बलवाना., उत्सव तो मांड्यो म्हारी मावड़ी., जीण भवानी कुल धणियाणी., मईया का परिवार है ये मईया का., हम मईया वाले हैं सुनो जी हम., जैसे भजनों की प्रस्तुति दी।इससे पहले दोपहर 3.30 बजे से गणेश वंदना मेरे लाडले गणेश प्यारे प्यारे.. और जीण-जीण भज बारम्बारा हर संकट का हो निस्तारा की गूंज के साथ श्री जीण शक्ति मंगल पाठ का शुभारंभ हुआ। जिसमें 801 महिलाएं चुनड़ी ओढ़े हुए राजस्थानी परिधान में शामिल हई। मंगल पाठ का वाचन जयपुर (राजस्थान) से आये रविश-सोनम सोनी की जोड़ी ने किया। चुनड़ी एवं बधाई उत्सव के दौरान ओढ़ों-ओढ़ो म्हरी माता रानी आज भक्त लाया थारी चुदड़ी. चांद सा सुंदर मुखड़ा जिसका., छोटी सी प्यारी सी., बांटो रे बांटो बधाई जम के भंवरा वाली मईया आयी सिंह चढ़ के., मैया थारा टाबरियां थाने याद करे थारे से है मैया फरियाद करे. भजन पर महिलाएं नृत्य करने लगी। मंगल पाठ वाचन के दौरान कलाकारों ने कर लो मंगल पाठ ये तो जीने का सहारा हैं., चौंसठ मांगनी ताई थारे मंदिर में रूक जाना., देखो मंगल शुभ घड़ी आई गंगोसिंह के बजे बधाई., आओ मां आओ मां मेरे घर जल्दी आओ. आदि भजनों की शानदार प्रस्तुति भी दी। वहीं मंगल पाठ से पहले ज्योत प्रज्वलन एवं पूजा में यजमान रमेश अग्रवाल और अनील अग्रवाल सपत्नी शामिल हुए। इस दौरान पुजारी महेश शर्मा ने पूजा संपन्न कराई। मां जीण की रसोई (भंडारा) लगभग 2500 से अधिक भक्तों ने ग्रहण किया। कोलकात्ता के कारीगरों द्वारा माता का भव्य दरबार सजाया गाया था। साज पर प्रताप शर्मा की म्यूजिकल ग्रुप के कलाकारों का सहयोग रहा। कुल मिलाकर सभी कलाकारों ने भजनों की रस में भक्तों को डुबोये रखा। इस महोत्सव में झारखंड के विभिन्न जिलों के अलावा रानीगंज, खड़गपुर, आसनसोल और कोलकात्ता से भी भक्त शामिल हुए। महोत्सव में श्री जीण मंगल पाठ, माता का भव्य दरबार, दिव्य अखंड ज्योत, विशाल संकीर्तन एवं छप्पन भोग प्रसाद आकर्षण का मुख्य केन्द्र बना रहा। वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में संस्था के संस्थापक शंभु खन्ना, निर्वतमान अध्यक्ष बजरंगलाल अग्रवाल, अध्यक्ष राजकुमार रिंगसिया, सचिव सुनील देबुका, संस्थापक एवं कोषाध्यक्ष विनोद खन्ना, कार्यक्रम संयोजक मनीष खन्ना, पवन शर्मा, प्रमोद खन्ना, बजरंग अग्रवाल, जगदीश खेमका, तुलसी खेमका, आशीष खन्ना, अंकित अग्रवाल, अनंत अग्रवाल, कमल अग्रवाल, विमल मेगोतिया, नथमल शर्मा, बजरंग चौधरी, सुशील अग्रवाल, आशीष शर्मा, पवन संघी, विजय अग्रवाल समेत जीण माता परिवार की महिलाएं तथा सभी सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान भी रहा।

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