संजय सागर
बड़कागांव :नयाटांड पंचायत में मंडा मेला का आयोजन मंडा पूजा समिति के तत्वावधान में किया गया. इस दौरान अतिथियों ने कहा कि मंडा मेला मूल निवासियों का पर्व है. यह झारखंड की संस्कृति में रचा बसा है। मंडा मेला में ही हमारे झारखंड की संस्कृति दिखाई देती है.मेला लगने से क्षेत्र में आपसी भाईचारा बढ़ती है. मंडा मेला झारखंड का एक धरोहर है. हमें इसे भूलना नहीं चाहिए. मेले में बड़ी संख्या में भीड़ उमड़ी. शिव भक्तों ने अपनी पीठ में लोहे की कील से छिदवा कर 50 फीट ऊंचे लट्ठे पर झूल कर अपनी आस्था व्यक्त की. इस दौरान ढाक बजाते हुए झूला झूल रहे थे. हैरत लोगों ने झूला देखकर लोग अपने दांतों तले उंगली दबा लिए.