Md Mumtaz
खलारी: चान्हो प्रखंड के मनरेगाकर्मियों ने मंगलवार को प्रखंड मुख्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन आज भी जारी रखा मनरेगाकर्मियों का कहना है कि जब तक उनके साथियों की सेवा समाप्त करने के आदेश को वापस नहीं लिया जाता है, तब तक उनका हड़ताल जारी रहेगा रांची जिला के सभी मनरेग कर्मचारी कार्य बहिष्कार कर सर्मथन में लगातार बने हुए हैं मनरेगा के कार्य में लोकपाल के जांच रिपोर्ट पर सोलह पदाधिकारी कर्मी को गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए राशि की वसुली कर भरपाई करायी गयी और मनरेगा कर्मी पर अभिलेख का संरक्षक नहीं रहते हुए भी इसके बा वजुद अभिलेख में भी अर्थ दंड की राशि वसुला गया और तीन पर दोहरी कार्रवाई कर बर्खास्त कर दिया गया जिसको लेकर लोकपाल के विरुद्ध जमकर नारेबाजी भी की। जानकारी के अनुसार वित्तीय वर्ष 20-21 में सिलागाई में मनरेगा से 13 एकड़ में आम बागवानी योजना के तहत पौधारोपण व टीसीबी का कार्य किया गया था। उक्त योजना में पौधा सप्लाई करने वाले सप्लायर व मजदूरी करने वाले मजदूरों के खाते में राशि का भुगतान भी किया गया है।जिसका समाजिक अंकेक्षण ने अंकेक्षण भी किय और जिला से लेकर स्टेट में रिपोर्ट भी प्रस्तुत किया गया इसके बाद अधिक कुहासा का प्रकोप से अधिकांश पौधे मर गए। किसी अन्य के शिकायत को लेकर तीन साल बाद मनरेगा के लोकपाल ने उक्त योजनाओं की जांच की और वहां गड़बड़ी के आरोप को लेकर बीपीओ, मुखिया, पंचायत सचिव, सहायक व कनीय अभियन्ता, रोजगार सेवक सहित 16 लोगों पर 4 लाख 86 हजार 837 रुपए का अर्थ दंड लगाया। जिसे जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के निर्देश पर 2023 के अक्तूबर माह में प्रखंड के कोषागार में जमा भी कर दिया। इसके बाद अचानक 21 नवंबर को सेवा समिति का लेटर थमा दिया सेवा समाप्त करने का निर्णय पूरी तरह से गलत है।