मेदिनीनगर: पलामू सांसद विष्णु दयाल राम ने लोकसभा में पलामू संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत पलायन एवं रोजगार के आभाव के निवारण हेतु प्रशन काल के दौरान कोयला मंत्रालय, भारत सरकार से कोयले की गुणवता, रजहरा कोलियरी में उत्तखन्न प्रारम्भ करने एवं विस्थापितों को नौकरी देने से संबंधित प्रशन पूछा जिसका जवाब केन्द्रीय कोयला मंत्री श्री जी0 किशन रेड्डी जी ने दिया।श्री राम ने कहा कि माननीय मंत्री जी के लिखित उत्तर से यह स्पष्ट है कि भिन्न-भिन्न प्रकार की गुणवता वाले कोयले की आपूर्ति अलग-अलग राज्यों को की जा रही हैं। आपके माध्यम से माननीय मंत्री जी से यह जानना चाहता हॅू कि जिस राज्य को जिस गुणवता वाले कोयले की आवश्यकता है उस राज्य को उस गुणवता वाले कोयले की आपूर्ति की जा रही है अथवा नहीं ? यदि नहीं की जा रही है तो किस मापदंड के आधार पर कोयले की आपूर्ति की जा रही है।माननीय सांसद ने कहा कि देश में आज भी कई खादाने बंद पड़ी हुयी है। इन बंद पड़ें कोयला खादानों में निकलने योग्य भंडार लगभग 380 मिलियन टन है जिसमें से 30-40 मिलियन टन आसानी से निकाला जा सकता है। ऐसी ही एक सीसीएल की खादान रजहरा मेरे संसदीय क्षेत्र पलामू में है जिसे खोलने के लिए सारी प्रक्रियाएं पूरी की जा चुकी है और हर तरह की व्यवस्था भी की जा चुकी है केवल 20 विस्थापितों को नौकरी दी जानी है जिसपर अटॉर्नी जेनरल की सहमति भी प्राप्त हो चुकी है। परन्तु अनावश्यक रूप से विलम्ब हो रहा है। मेरा आपके माध्यम से माननीय मंत्री जी से आग्रह है कि वे बताने का कष्ट करें कि कब तक 20 विस्थापितों को नौकरी प्रदान कर दी जाएगी एवं कोयले का उत्खनन प्रारम्भ हो जाएगा।