जमशेदपुर : सांसद बिद्युत बरण महतो ने धालभूमगढ़ एयरपोर्ट निर्माण मार्ग प्रशस्त करने के लिए केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया एवं एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन संजीव कुमार से शुक्रवार नई दिल्ली में मुलाकात कर नए परिस्थिति में धालभूमगढ़ एयरपोर्ट लिमिटेड कम्पनी को यथावत रखने के संबंध में एक पत्र सौंपा। जिसमें सांसद ने कहा कि धालभूमगढ़ एयरपोर्ट के निर्माण के संबंध में पर्यावरण मुल्यांकन समिति ने 24 सितंबर 2020 को एक निर्णय लेते हुए उपरोक्त स्थल पर एयरपोर्ट निर्माण के प्रति अपनी असहमति जताते हुए वैकल्पिक स्थल के चयन का सुझाव दिया था।
साथ ही कहा था कि इस प्रस्ताव के संबंध में राज्य के चीफ वाईल्ड लाईफ वार्डेन से सहमति भी ली जा सकती है। उपरोक्त निर्णय के कारण झारखण्ड राज्य सरकार ने धालभूमगढ़ एयरपोर्ट लिमिटेड को भंग करने का निर्णय लेते हुए इस संबंध में प्रस्ताव एयरपोर्ट ऑथोरिटि ऑफ इंडिया को भेजा था। वहीं पर्यावरण मुल्यांकन समिति के उपरोक्त निर्णय एवं सुझाव के मद्देनजर धालभूमगढ़ एयरपोर्ट डेवलपमेन्ट प्रोजेक्ट के वन एवं पर्यावरण स्वीकृति के लिए झारखण्ड राज्य के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक बैठक 08 मई 2023 को सम्पन्न हुई।
जिसमें यह निर्णय लिया गया कि एयरपोर्ट के निर्माण के लिए उपरोक्त स्थल सर्वाधिक उपयुक्त है और इसके विकास के साथ साथ पर्यावरण और वन के क्लियरेंस के लिए आवश्यक कदम उठाया जाएगा।साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि पर्यावरण के स्वीकृति के लिए चीफ वाईल्ड लाईफ वार्डेन एवं वन संबंधी मामलों के लिए डीएफओ जमशेदपुर से सम्पर्क और समन्यवय किया जाएगा। इनके निर्णयों को झारखण्ड राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा स्वीकृति भी प्रदान की गई है।
उपरोक्त तथ्यों के मद्देनजर राज्य सरकार ने धालभूमगढ़ एयरपोर्ट लिमिटेड के भंग करने के प्रस्ताव को एयरपोर्ट ऑथोरिट ऑफ इंडिया से वापस लेने का निर्णय लिया है। अंत में सांसद बिधुत वरण महतो ने केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मांग की है कि राज्य सरकार की पूरी सहमति एवं स्वीकृति मिलने के बाद अब इस एयरपोर्ट के विकास का मार्ग त्वरित गति से प्रशस्त करना चाहेंगे।