टंडवा: प्लांट परिसर मे भयावह अग्निकांड के बाद निर्धारित समय पर एनटीपीसी के तीसरे युनिट से 660 मेगावाट बिजली उत्पादन हो पायेगी? इस सवाल की चर्चा झारखंड से लेकर दिल्ली मे भी हो रही है। बताया गया कि लगभग 30 करोड के जो उपकरण जले है वह प्लांट के तीसरे युनिट कंप्लीट करने के लिये था। बताया गया कि एक युनिट से बिजली उत्पादन पर 500 से 700 करोड रू की ख़र्च आती है। प्लांट की पहली युनिट 1 मार्च 2023 को शुरू हुई। दूसरी युनिट 4 मार्च 2024 मे शुरू हुई। जबकि तीसरे युनिट से 660 मेगावाट की बिजली उत्पादन का लक्ष्य एनटीपीसी ने आगामी नवम्बर माह 24 रखा है। ऐसे मे अग्निकांड के बाद यह सवाल सबकी जुबा एक दूसरे से यही पुछ रहा रहा है कि निर्धारित समय पर बिजली उत्पादन हो पायेगी?इस सवाल पर प्लांट बना रही भेल कंपनी के डायरेक्टर तजिंदर गुप्ता का कहना है कि तीसरे युनिट अपने निर्धारित समय पर चालू होगा। जबकि प्लांट से जूडे अन्य एजेसियो का मानना है कि छह से आठ माह और विलंब हो सकता है। बहरहाल उपरोक्त सवाल पर शनिवार को एनटीपीसी और भेल कंपनी के बीच उच्च स्तरीय बैठक हुई है।
अग्निकांड के बाद एनटीपीसी के तीसरे युनिट से क्या समय पर बिजली उत्पादन हो पायेगी?
