बड़कागांव हरली गांव का गरीब का पुत्र ट्यूशन पढाते और पढ़ते बना हिंदी पीजीटी शिक्षक

 

बड़कागांव: जहां एक ओर झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा पीजीटी के सफल छात्राओं को नियुक्ति पत्र दिए जाने के बाद कई तरह का सवाल खड़े हो रहे हैं। इसी बीच बड़कागांव प्रखंड के ग्राम हरली निवासी गणेश कुमार साव पिता स्वर्ग- बाबूलाल साव के पुत्र पीजीटी हिंदी शिक्षक की सफलता हासिल कर खड़े सवालों में मरहम लगाने का भी काम किया है। गणेश उन विद्यार्थीयों के लिए प्रेरणादायक बने जो अपने आप को गरीब और कमजोर समझते है।उस कहावत को उन्होंने चरितार्थ किया है जिसमें कहा गया है कि जो बड़ी लगन के साथ कड़ी मेहनत करता है सफलता उसकी कदम चूमती है। उन्होंने अपने संघर्ष की कहानी बताते हुए कहा कि हमारा सफर बहुत ही कठिनाई पूर्ण जीवन रहा है। आज मुझे इस सफलता के शिखर तक अपनी कड़ी मेहनत , लगन और लगातार प्रयास से इस मुकाम तक , मां ,भाई तथा अपने दोस्तों का जिन्होंने हमारी मदद की उसके सहयोग से मिला है । उन्होंने बताया कि मेरा प्रारंभिक पढाई उत्क्रमित मध्य विद्यालय हरली से 8वीं कलास तक हुआ। 10वीं की पढ़ाई राज्य सम्पोषित उच्च विद्यालय हरली से बुध बाजार में चना बेच कर किया। इंटर की पढ़ाई कर्णपूरा महाविद्यालय बड़कागाँव से पूरा हुआ, उस समय हमारी दैनीय स्थिति उतनी अच्छी नही हुआ करती थी। जब मैं 5 वर्ष का था उसी समय 1998 में ही मेरे सर से पिता का साया उठ गया था। फिर भी बच्चों को ट्यूशन पढ़ा कर पठाई से जुड़ा रहा। उन्ही कुछ पैसो की सहायता से हमने स्नातक मार्खम कॉलेज हजारीबाग से किया और स्नातकोत्तर की पढ़ाई विनोबा भावे विश्वविधालय हजारीबाग से की। तीन बार यूजीसी, नेट की परीक्षा में सफलता पाया और आगे भी संघर्ष जारी रहेगा।उन्होंने आपने माता ,भाई, दोस्त एवं सभी शिक्षको का कोटि कोटि आभार व्यक्त की है जिनकी सहायता से कभी-कभी मार्ग भ्रमित होने पर भी सही मार्ग का दिशा -निर्देशन मिलता रहा । गणेश बताया कि मैं दो भाई एवं एक बहन हैं जिसमें बहन की शादी हो चुकी है। फिलहाल मेरे परिवार में तीन सदस्य मैं,माता एवं छोटा भाई है।

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