रांची : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने प्रधानमंत्री के झारखंड दौरे को चुनावी दौरा बताया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में आदिवासी जनजाति के बारे में खूब भाषण दिया। लेकिन हास्यास्पद बात थी कि प्रधानमंत्री आदिवासी जीवन और परंपरा के बारे में उन्हें कुछ जानकारी नहीं है। झारखंड विधानसभा से सरना धर्म कोड का प्रस्ताव पास कर केंद्र को भेजा। लेकिन यह सिर्फ आदिवासी के नाम पर राजनीति करने आते हैं। उन्हें आदिवासी से कोई लेना देना नहीं है। भट्टाचार्य गुरुवार को हरमू स्थित पार्टी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि अगर प्रधानमंत्री आदिवासी के हितैषी है तो वह मणिपुर क्यों नहीं गए। मणिपुर छठी अनुसूची में आता है। मिजोरम में चुनाव है वहां भी प्रधानमंत्री नहीं दिखे। तो क्या यह मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ चुनाव को देख कर झारखंड के उलिहातू को चुना। भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर राजनीति करने झारखंड को चुना था। उन्होंने कहा कि स्थापना दिवस पर राज्य सरकार ने कई योजनाओं की घोषणा की। इन योजनाओं से राज्य के युवाओं-युवतियों की जिंदगी बदलने वाली योजना है।