टाटा स्टील ने दिव्यांग व्यक्तियों के लिए ‘अनंत क्वेस्ट’ प्रतियोगिता की लॉन्च

16 जनवरी तक करवा सकते हैं पंजीकरण

जमशेदपुर : दिव्यांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) समुदाय के प्रतिभाशाली व्यक्तियों की पहचान कर उनका पोषण और उन्हें कार्यबल में एकीकृत करने के उद्देश्य से टाटा स्टील ने अनंत क्वेस्ट प्रतियोगिता लॉन्च की है। जिसका उद्देश्य समावेशिता और विविधता को बढ़ावा देना है। “अनंत क्वेस्ट” एक अग्रणी केस स्टडी प्रतियोगिता है,श और जो विशेष रूप से दिव्यांग छात्रों के लिए डिजाइन भी की गई है। इस पहल का उद्देश्य अंतिम वर्ष के छात्रों और नए शामिल दिव्यांग छात्रों को अपने कौशल व विचारों को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। जिससे शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटने का काम किया जा सके। प्रतियोगिता तकनीकी और व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों में फैली हुई है और जो प्रतिभागियों को लाइव इंटर्नशिप में शामिल होने के साथ-साथ टाटा स्टील के अंदर संभावित रूप से सुरक्षित जॉब प्लेसमेंट का अवसर प्रदान करती है। इस संबंध में टाटा स्टील के वाईस प्रेसिडेंट ह्यूमन रिसोर्स मैनजमेंट अत्रेयी सान्याल ने कहा कि टाटा स्टील प्रत्येक व्यक्ति की असीमित क्षमता में विश्वास करती हैं। यह मानते हुए कि विविधता सिर्फ एक लक्ष्य नहीं है। बल्कि उद्यम की सच्ची ताकत है। कंपनी एक समावेशी वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। जहां हर पहचान का सम्मान कर हर आवाज को सुनने और अद्वितीय प्रतिभाएं फलती फूलती हैं। अनंत क्वेस्ट पीडब्ल्यूडी समुदाय के प्रतिभाशाली व्यक्तियों को विस्तारित विनिर्माण क्षेत्र में एकीकृत करने की कंपनी की अग्रणी पहल है। इस प्रतियोगिता में तीन प्रमुख राउंड शामिल किए गए हैं। जिसमें एग्जीक्यूटिव सारांश, प्री-फिनाले और ग्रैंड फिनाले एग्जीक्यूटिव सारांश शामिल है। प्रतियोगिता में शामिल टीमों के पास 2 ट्रैक में से एक केस चुनने के साथ-साथ किसी एक केस के लिए अपने विचार व समाधान प्रस्तुत करने का विकल्प होगा। पंजीकरण प्रक्रिया पूरी होने के बाद ट्रैक और उनकी थीम साझा की जाएगी। सफल टीमें विस्तृत प्री-फिनाले राउंड में आगे बढ़ेंगी। जहां वे अपने चुने हुए केस के लिए एक सूक्ष्म दृष्टिकोण प्रदान करेंगे। अंत में चयनित टीमें टाटा स्टील के वरिष्ठ प्रबंधन को विस्तृत प्रस्ताव पेश करते हुए ग्रैंड फिनाले में जाएगी। यह मूल्यांकन, परिचय, समस्या विवरण का विश्लेषण, समाधान और लाभ व व्यावसायिक प्रभाव जैसे मापदंडों पर आधारित होगा। प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर के विजेता को 50 हजार रुपए की पुरस्कार राशि मिलेगी। जबकि पहले और दूसरे राष्ट्रीय उपविजेता को 30 और 20 हजार रुपए प्रदान किए जाएंगे। साथ ही विजेताओं को सशुल्क इंटर्नशिप भी दी जाएगी। जिसमें 30 हजार रुपए का मासिक स्टाइपेंड भी शामिल है। सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र भी सौंपा जाएगा। साथ ही इंटर्नशिप के दौरान उनके प्रदर्शन के आधार पर पूर्णकालिक भूमिकाओं के लिए प्री-प्लेसमेंट ऑफर प्राप्त करने का मौका भी मिलेगा। इच्छुक व्यक्ति 16 जनवरी तक अपना पंजीकरण करवा सकते हैं।

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