रांची में हुई घटना के विरोध में डीसी को सौंपा ज्ञापन, राष्ट्रपति एवं राज्यपाल से की हस्तक्षेप करने की मांग 

जमशेदपुर : मां भारती की रक्षा में एक ओर जहां देश के वीर सैनिक अपने घरों से कोसों दूर अपने परिवारों को छोड़कर विपरीत परिस्थिति में सरहदों पर देश और देशवासियों के सम्मान की सुरक्षा में लगे रहते हैं। वहीं दूसरी ओर आज असामाजिक तत्व सैन्य परिवार की इज्जत क्षत-विक्षत करने में लगा हुआ है। एक सैनिक के लिए सामाजिक सुरक्षा की अभाव की यह अनुभूति किसी भी सभ्य समाज के मुख पर कालिक समान है। उन्होंने कहा कि हम सभी सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों में इसके प्रति अत्यंत रोष है और इस अक्षम्य घटना की घोर भर्त्सना करते हैं। घटना के इतने समय व्यतीत होने पर भी प्रशासन का अपराधियों को पकड़ने में ढुल-मूल रवैया सभी सैन्य एवं पूर्व सैन्य परिवारों के रोष वृद्धि का कारक तो है ही। साथ ही साथ यह अपराधियों के हौसले को भी बढ़ाता है। ऐसी प्रशासनिक असफलता प्रशासन की संवेदनहीनता को प्रदर्शित करती है और जो किसी भी प्रकार से उचित नहीं है। उन्होंने जिला उपायुक्त को इस संबंध ज्ञापन सौंप माननीय राष्ट्रपति एवं राज्यपाल से व्यक्तिगत हस्तक्षेप की मांग करते हुए कहा कि अविलंब अपराधियों को उनकी दुष्टता की विषम सजा दी जाए। बताते चलें कि इसके विरोध में अखिल भारतीय पूर्व सैनिक सेवा परिषद ने आक्रोश रैली भी निकाली थी। मौके पर जिलाध्यक्ष विनय यादव, जिला महामंत्री जितेंद्र कुमार सिंह, वरुण कुमार, प्रवीण कुमार पांडे, मनोज कुमार सिंह, सुखविंदर सिंह, अवधेश कुमार, सत्येंद्र कुमार, उमेश कुमार सिंह, एचपी भारती, महेंद्र कुमार समेत अन्य मौजूद थे।

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