Md Mumtaz
खलारी: रैयतो विस्थापितों को रोजगार देने की मांग को लेकर रैयत विस्थापित मोर्चा ने बुधवार को एनके एरिया में निजी कंपनियों, ट्रांसपोटिंग एवं आउटसोर्सिंग कंपनियों का काम बन्द कराया। बंद के कारण सीसीएल एनके एरिया में कोयला ढुलाई पूरी तरह ठप कर दिया गया। मोर्चा ने मोनेट कोल वाशरी, बीकेबी, जॉय माइनिंग, श्रेया इंटरप्राइजेज, टीसीपीएल सहित केडीएच एवं डकरा में कोयला डिस्पैच को पूरी तरह ठप करा दिया गया। मोर्चा के सभी पदाधिकारी, सदस्य एवं रैयत विस्थापितों ने बुधवार की सुबह से ही सभी निजी कंपनियों का काम घूम घूम कर बन्द कराया। वहीं केडीएच एवं डकरा कोयला साइडिंग में भी कोयला डिस्पैच पूरी तरह ठप करा दिया गया। मोर्चा के एरिया अध्यक्ष बिगन सिंह भोगता ने कहा कि प्रबंधन एवं क्षेत्र की निजी कंपनी, आउटसोर्सिंग कंपनियो में स्थानीय रैयत विस्थापितों को रोजगार नही दिया जाता है जबकि रैयत विस्थापितों की जमीन पर कोयला खदान चल रहा है। मोर्चा रैयत विस्थापितों के रोजगार के सवाल पर किसी तरह का समझौता नहीं करेगा। हर हाल में निजी कंपनियों को रोजगार देना होगा। वहीं मोर्चा ने चेतावनी दी है कि निजी कंपनियों ने अपना रवैया नही बदला और रोजगार नही दिया तो अगली बार अनिश्चितकालीन बन्द कराया जाएगा। इस मौके पर बिगन सिंह भोगता, रैयत विस्थापित मोर्चा के मनोज चंद्रा, केंद्रीय उपाध्यक्ष इकबाल हुसैन, रंथू उरांव, जालिम सिंह, जगरनाथ महतो, विनय खलखो, रामलखन गंझू, रामचंद्र उरांव, नरेश गंझू, अमृत भोगता, प्रकाश महतो, संतोष कुमार महली, शिवनारायण लोहरा, रामधारी गंझू, दामोदर गंझू, प्रभाकर गंझू, कमलेश तुरी, अशोक राम, सुनील यादव, श्यामजी महतो, दशरथ तुरी, राजेंद्र उरांव, श्याम उरांव, विनय उरांव, आनंद तुरी, धनराज भोगता, सुखी गंझू, सलामत अंसारी, रमेश गंझू, मुकद्दर लोहरा, आजाद अंसारी, रवि उरांव, अमर भोगता, कामेश्वर गंझू, कुलदीप साहू, कीनू गंझू, रविन्द्र यादव, बैजू गंझू, किशुन गंझू, प्रभु गंझू, संतोष महतो, वीरू सिंह, प्रयाग यादव, मेघा यादव सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।