संजय सागर
बड़कागांव : वट सावित्री पूजा को लेकर बड़कागांव प्रखंड क्षेत्र के बाजारों में चहल पहल बढ़ गई है. विभिन्न गांव में रहने वाले महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए गुरुवार को वट सावित्री पूजा का व्रत रखेगी.
स्थानीय बाजारों में श्रद्धालु महिलाओं द्वारा पूजन की सामग्री की खरीदारी की गई. पौराणिक मान्यता के अनुसार ज्येष्ठ अमावस्या के दिन वटवृक्ष की परिक्रमा करने पर ब्रह्मा, विष्णु और महेश सुहागिनों को सदा सौभाग्यवती रहने का वरदान देते हैं. सुहाग की कुशलता की कामना के साथ सुहागिनें परंपरागत तरीके से वटवृक्ष की पूजा कर व्रत रखती है. इस दिन सुहागिन महिलाएं वट के पेड़ की पूजा-अर्चना कर अखंड सुहाग का वर मांगती हैं. वट अमावस्या के पूजन की प्रचलित कहानी के अनुसार सावित्री अश्वपति की कन्या थी. उसने सत्यवान को पति रूप में स्वीकार किया था. बड़कागांव के श्री राम पूजाभंडार, रंजना फूल भंडार, अरविंद मालाकार पूजा भंडार, पूजन सामग्रियों की क्रय विक्रय करते हुए महिलाओं की भीड़ थी. श्री राम पूजा भंडार के अमरदीप श्रीवास्तव ने बताया कि पूजन सामग्रियों में से बस का पंखा, चुनरी, की बिक्री खूब हुई.