खेल से बच्चों में निखरने के लिए अपार संभावनाएं हैं। पढ़ाई -लिखाई के साथ खेलकूद भी आवश्यक है :- अनिल सिंह
खलारी: डकरा स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर संकुल स्तरीय खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस मौके पर मुख्यतिथि के रूप में डकरा परियोजना पदाधिकारी अनिल कुमार सिंह विशिष्ट अतिथि विद्यालय सचिव लोकनाथ राणा, उपाध्यक्ष अवधेश सिंह, समाजसेवी रघुवंश नारायण सिंह, प्रधानाचार्य गोपाल मिस्त्री विश्वकर्मा ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। प्रतियोगिता में विद्यालय के बच्चों के द्वारा स्वागत गान सहित योग, नृत्य संगीत सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी प्रस्तुत किया गया। वही प्रतियोगिता में संकुल स्तरीय पाँच विद्यालयों के कुल 256 विद्यार्थियों ने भाग लिया। जिसमें करकट्टा, पिपरवार, पुरानी राय, मैक्लुसकीगंज, डकरा के विद्यालय शामिल हुए। इस खेल प्रतियोगिता में विद्यालय के बच्चों ने ऊंची-कूद, लंबी-कूद, रिले, दौड़, खो-खो, कबड्डी, गोला फेंक, आदि खेलों का प्रदर्शन किया । मौके पर मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित परियोजना पदाधिकारी अनिल कुमार सिंह कहा कि खेल कूद से शरीर स्वस्थ और मन पढ़ाई में भी अधिक लगता है। संकुल स्तरीय खेलकूद के आयोजनों से बच्चों में उत्साह जागृत होती है। इन्ही आयोजन से बच्चे देश-विदेश स्तर की प्रतियोगिता हेतु तैयार होते हैं और अपने क्षेत्र का नाम रोशन करते हैं। ऐसे आयोजनों में प्रत्येक छात्र-छात्राओं को भाग लेने चाहिए। प्रतियोगिता में ओवर ऑल चैंपियन प्रथम करकट्टा, द्वितीय पुरानी राय एवं तृतीय डकरा के प्रतिभागियों ने हासिल किया। वही उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को अतिथियों के द्वारा मेडल, प्रमाण-पत्र देकर पुरस्कृत किया गया। इस प्रतियोगिता में खेलकूद का आयोजन खेल प्रमुख नवीन कुमार सिंह के नेतृत्व में किया गया। साथ ही खेल का समापन शांति मंत्र ने किया।इस कार्यक्रम को सफल बनाने में पाचों विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं संरक्षक आचार्य-दीदी जी में शालिग्राम सिंह, गणेश महतो, लखन लाल, अभिमन्यु पासवान, बिरेंद्र झा, बिद्यानंद झा, भरत राय, मोहन राय, मनोरंजन ओझा, राजेंद्र कामत, अजय मिश्रा, वीरेंद्र पाठक, रामनिवास पांडेय, रीता दास, सिकंदर झा, मनबोध कुमार, विजय प्रजापति, बलराज साहनी, सरिता कुमारी, जीछु शर्मा, ऋषिकेश सिंह, शेषनाथ शर्मा, अर्चना सिंह, कुमारी गायत्री, अनिता सिंह, निकु वर्मन, हेमंत यादव, हरीनंदन नोनिया, राजू सिंह, आनंद जयसवाल, लक्ष्मण महतो, शशि रंजन राजेश, बरुण पांडेय व अन्य शिक्षक-शिक्षिकेत्तर कर्मचारी की अहम भूमिका रही।