टाटा स्टील फाउंडेशन ने की सबल पुरस्कारों के चौथे संस्करण की मेजबानी

जमशेदपुर : टाटा स्टील फाउंडेशन ने सोनारी स्थित ट्राइबल कल्चर सेंटर में वार्षिक सबल अवार्ड्स के चौथे संस्करण की मेजबानी की। जिसमें प्रतिभागियों के रूप में 47 दिव्यांग व्यक्ति के साथ-साथ देश भर से 400 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। यह कार्यक्रम देश के विभिन्न क्षेत्रों के दिव्यांग व्यक्तियों की पहचान कर सम्मानित करने के लिए एक मंच के रूप में कार्य करता है। इस दौरान सबल अवार्ड्स में 35 शारीरिक रूप से उपस्थित प्रतिभागियों ने प्रस्तुति भी दी। जिसमें सभी दिव्यांग थे और उनके साथ 38 एस्कॉर्ट भी थे। जूरी पैनल में मौजूद 17 सदस्यों ने प्रदर्शन का सावधानीपूर्वक मूल्यांकन किया। बर्मामाइंस स्थित टाटा स्टील टेक्निकल इंस्टीट्यूट के 37 स्वयंसेवकों ने समर्थन भी किया। वहीं कार्यक्रम में टाटा स्टील लिमिटेड इकोसिस्टम के प्रतिनिधियों की उपस्थिति रही। जिसमें टाटा स्टील वीपी चाणक्य चौधरी, दीपांकर दासगुप्ता (एग्जीक्यूटिव इंचार्ज इंडस्ट्रियल बाई प्रोडक्ट्स मैनेजमेंट डिपार्टमेंट), सुधीर राय जेनरल मैनेजर (मेडिकल सर्विसेज), देबाशीष चौधरी (प्रिंसिपल एग्जीक्यूटिव ऑफिसर), ऋतुराज सिन्हा (प्रबंध निदेशक, टाटा स्टील यूटिलिटी इंफ्रास्ट्रक्चर एंड सर्विसेज लिमिटेड), आरएन मूर्ति (प्रबंध निदेशक, टिनप्लेट कंपनी लिमिटेड) और रवि राधाकृष्णन (चीफ, एविएशन) शामिल थे। इस कार्यक्रम में आईआईटी रूड़की में आर्किटेक्चर एंड प्लानिंग डिपार्टमेंट के हेड तथा प्रोफेसर डॉ गौरव रहेजा भी उपस्थित रहे। वहीं सबल पुरस्कारों में दो श्रेणियां शामिल थीं। जिसमें अभिव्यक्ति की भावना के तहत सबल डांसर, सबल परफॉर्मर, सबल वोकलिस्ट, सबल म्यूजिकल मेस्ट्रो, सबल वर्डस्मिथ और सबल आर्टिस्ट सहित उप-श्रेणियों के साथ प्रदर्शन कलाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसी तरह लचीलेपन की भावना के तहत दिव्यांग व्यक्तियों की जीवन बदलने वाली कहानियों को उजागर करना और दिव्यांग लोगों के योगदान को पहचानना। उप-श्रेणियों में सबल रोल मॉडल, सबल चेंजमेकर और सबल साथी शामिल हैं। टाटा स्टील फाउंडेशन में स्किल डेवलपमेंट विभाग के हेड कैप्टन अमिताभ जिन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन की निगरानी की। इस दौरान उन्होंने सराहना व्यक्त करते हुए कहा कि सबल पुरस्कार दिव्यांग व्यक्तियों की अटूट भावना और लचीलेपन का एक प्रमाण है। हमें इस बात की खुशी है कि हमने एक ऐसा मंच बनाया है जो प्रत्येक व्यक्ति की पूरी क्षमता हासिल करने के लचीलेपन का जश्न मनाता है। साथ ही सबल अवार्ड्स उन असाधारण उपलब्धियों का उदाहरण है। जिन्हें समर्पण और दृढ़ता के माध्यम से हासिल किया जा सकता है। बताते चलें कि टाटा स्टील फाउंडेशन ने दिव्यांगता सशक्तिकरण के लिए समर्पित संगठन इनेबल इंडिया के सहयोग से 2017 नोआमुंडी में सबल सेंटर फॉर एबिलिटीज का उद्घाटन किया। सबल की स्थापना कौशल विकास, रोजगार और वित्तीय स्वतंत्रता पर ध्यान केंद्रित करते हुए दिव्यांग व्यक्तियों के लिए एक व्यापक संसाधन केंद्र के रूप में सेवा करने के लिए एक सहभागी बुनियादी ढांचे की स्थापना के सिद्धांतों पर की गई है।

Related posts