टाटा स्टील “टेक्नोलॉजी फॉर पीपल एंड प्लैनेट” थीम पर मनाएगी जेएन टाटा की 185 वीं जयंती

जमशेदपुर : आगामी 3 मार्च को टाटा स्टील ‘टेक्नोलॉजी फॉर पीपल एंड प्लैनेट’ थीम पर जमशेदपुर में अपने संस्थापक जमशेदजी नसरवानजी टाटा की 185 वीं जयंती मनाने की तैयारी कर रही है। वहीं हर साल टाटा स्टील अन्य टाटा समूह की कंपनियों के साथ संस्थापक की जयंती और सामुदायिक कल्याण को केंद्र में रखते हुए औद्योगिक भविष्य के उनकी दूरदर्शी सोच का जश्न मनाती है। जेएन टाटा ने 1870 के दशक में मध्य भारत में एक कपड़ा मिल से अपनी उद्यमशीलता यात्रा शुरू की थी। उनकी दूरदर्शिता ने भारत में इस्पात और बिजली उद्योग को प्रेरित किया। साथ ही उन्होंने तकनीकी शिक्षा की नींव रखी और देश को औद्योगिक देशों की श्रेणी में शामिल होने में मदद की। इस समारोह में पूरे जमशेदपुर शहर के 50 से अधिक महत्वपूर्ण स्थलों पर आकर्षक विद्युत सज्जा की जाएगी। जिसमें हेरिटेज बिल्डिंग, पूजा स्थल और चौराहे शामिल हैं। इन दौरान रंगीन रोशनी न केवल शहर की सुंदरता को बढ़ाएगी। बल्कि इस अवसर को यादगार भी बनाएगी। इसी तरह जुबली पार्क, जमशेदपुर वर्क्स और पोस्टल पार्क में श्रद्धांजलि कार्यक्रम, प्रदर्शनियां, खेल कार्यक्रम और एसएनटीआई में एक विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी और जमशेदपुर वर्क्स में स्टीलेनियम हॉल में एक प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जाएगा। साथ ही पूरी दुनिया के दर्शकों के लिए जमशेदपुर वर्क्स में श्रद्धांजलि कार्यक्रम का टाटा स्टील के आधिकारिक फेसबुक पेज पर सीधा प्रसारण भी किया जाएगा। संस्थापक दिवस के खेल कार्यक्रम जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और गोपाल मैदान में आयोजित किए जाएंगे। जिसमें कर्मचारियों और समुदाय के मनोरंजन के लिए कई खेल गतिविधियां शामिल होंगी। वहीं 2 मार्च टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन द्वारा उद्घाटन के बाद 3 से 5 मार्च तक शहरवासी जुबली पार्क में विद्युत सज्जा का आनंद ले सकेंगे। जबकि 3 मार्च को जमशेदपुर वर्क्स और बिस्टुपुर पोस्टल पार्क में संस्थापक दिवस कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। मौके पर सामाजिक संगठनों द्वारा “लोगों और ग्रह के लिए प्रौद्योगिकी” विषय पर परेड, घुड़सवारों द्वारा परेड, एनसीसी कैडेटों द्वारा परेड, स्किट, नुक्कड़ नाटक भी किया जाएगा। संस्थापक दिवस पर दोराबजी पार्क के पास लेडी गांधी गोलचक्कर, डोबो, सीएच एरिया, सेंटर प्वाइंट, बेल्डीह चर्च चौराहा, आदित्यपुर खरकाई पुल, एटीबीसीएल, आरडी टाटा गोलचक्कर, शांति हरि टॉवर के सामने, बाग ए जमशेद व जुबली पार्क-साकची गेट गोलचक्कर, लिंक रोड व टीएसएल चौराहा, पीएन बोस गोलचक्कर, चमरिया गेस्ट हाउस व मानगो चौराहा, कदमा गोलचक्कर, टिनप्लेट, आरएमसीई व बेल्डीह चर्च चौराहा,

टीएमएच, रीगल, साकची व पिगमेंट गोलचक्कर, पोस्टल पार्क चौराहा, जीटी हॉस्टल 1, जुस्को, गणेश पूजा मैदान चौराहा, कदमा रंकिनी मंदिर चौराहा, जमशेदपुर स्कूल ऑफ आर्ट्स के पास केएस लिंक रोड व बिस्टुपुर वोल्टास गोलचक्कर, पुराना कोर्ट व आरपीएच चौराहा में भी आकर्षक विद्युत सज्जा की गई है। जबकि हेरिटेज भवनों में टाटा वर्कर्स यूनियन, जुस्को श्रमिक यूनियन, टीएमएच, टाटा स्टील यूआईएसएल कॉर्पोरेट कार्यालय, सेन्टर फॉर एक्सीलेंस, टाटानगर रेलवे स्टेशन, आरडी टाटा संस्थान, टाटा पिगमेंट गेट, स्कूल ऑफ होप, पारसी टेम्पल, क्लॉक टॉवर (गोलमुरी गोल्फ कोर्स), डीसी कार्यालय, एसएसपी कार्यालय, चमरिया गेस्ट हाउस, केएमपीएम कॉलेज व जेएनटीवीटीआई को भी रौशन करने के लिए सजाया गया है। वहीं पार्कों में दोराबजी टाटा पार्क, पोस्टल पार्क, बिरसा मुंडा पार्क, भाटिया पार्क, नीलडीह पार्क, रामनगर पार्क, न्यू बारीडीह पार्क (पांडेय मैदान), स्टीलेनियम हॉल के साथ-साथ जमशेदपुर वर्क्स में भी रौशनी की व्यवस्था की गई है।इस बार स्टीलेनियम हॉल में प्रदर्शनी का विषय “टेक्नोलॉजी फॉर पीपल एंड प्लैनेट” है। प्रौद्योगिकी, सांस्कृतिक, संरचनात्मक और वित्तीय रूप से भविष्य के लिए तैयार होने के लिए महत्वपूर्ण है। चाहे क्षमता वृद्धि हो, हरित इस्पात की ओर परिवर्तन हो, या हमारे ग्राहकों और समुदाय के साथ हमारे संबंधों को गहरा करना हो, प्रौद्योगिकी उद्योग में अग्रणी बनने की टाटा स्टील की महत्वाकांक्षा को रेखांकित करती है। अपनी विविध भौगोलिक उपस्थिति के साथ, टाटा स्टील को आर्थिक समृद्धि में अपने योगदान पर बहुत गर्व है, साथ ही यह पर्यावरण पर इसके प्रभाव के प्रति भी सचेत रहती है। कंपनी का दृढ़ विश्वास है कि प्रौद्योगिकी में मानवता के सामने आने वाली कुछ सबसे गंभीर चुनौतियों को हल करने और इसकी अव्यक्त क्षमता को व्यक्त करने की शक्ति है। सभी विभाग थीम के अनुरूप अपनी प्रौद्योगिकी-आधारित पहल प्रस्तुत करेंगे। उक्त जानकारी बुधवार की संध्या बिस्टुपुर स्थित बेल्डीह क्लब कॉन्फ्रेंस हॉल में प्रेस वार्ता के माध्यम से टाटा स्टील के वीपी चाणक्य चौधरी, टाटा स्टील यूआईएसएल के एमडी ऋतुराज सिन्हा और सीनियर जीएम कैप्टन धनंजय मिश्रा ने संयुक्त रुप से दी।

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