विभाग के अधिकारी मौन गंदा पानी पीने को मजबूर शहरवासी

 

मेदिनीनगर: शहरी पेयजल आपूर्ति योजना के तहत गत चार दिनों से शहर में गंदे पेयजल की आपूर्ति हो रही है। इससे लोग परेशान हैं। गंदा जल पीने से कई प्रकार की बीमारी होने का खतरा बढ़ गया है। लोगों का कहना है कि पानी के नाम पर शहरवासियों को जहर पिलाया जा रहा है। इस संबंध में विभाग के अधिकारी मौन साधे हुए हैं। सूत्रों के अनुसार पानी साफ करने के लिए केमिकल का प्रयोग नहीं किया जा रहा है। गंदा पानी पीने से टाइफाइड व पेट की कई बीमारियां होती है। बरसात के समय गंदा पानी पीने से बीमारियों की संभावना और बढ़ जाती है। पानी में इंफेक्शन रहता है। चिकित्सकों का कहना है कि गंदा पानी पीने से पेट की बीमारी होने की संभावना रहती है। इस संबंध में चिकित्सक डा. उदय सिंह ने कहा कि गंदा पानी से मनुष्य में पेट की बीमारी होती है। इधर गंदा पानी की आपूर्ति से शहरवासियों में आक्रोश है। इधर भाजपा नेता पशुराम ओझा ने उपायुक्त को शहर में गंदा पानी आपूर्ति होने की जानकारी दी। उन्होंने पेयजल स्वच्छता विभाग के अधीक्षण अभियंता को भी इसकी जानकारी दी। बावजूद अभी तक पानी साफ करने की कोई पहल नहीं की गई। इधर शुक्रवार को जेलहाता, हमीदगंज, पहाड़ी मुहल्ला, कुंड मुहल्ला, रेड़मा, स्टेशन रोड, अबादगंज, बाईपास रोड, सूदना आदि क्षेत्रों में गंदे पेयजलापूर्ति की आपूर्ति हुई। इनके पास पीने के पानी का कोई सहारा नहीं है। गंदा जल ही पी रहे है। कुछ उपभोक्ता पेयजल के लिए भाग दौड़ कर रहे हैं।

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