लातेहार के कई प्रखंडों में जंगली हाथियों का आतंक, ग्रामीणों के खेतों और घरों को पहुंच रहा नुकसान

 

लातेहार: जिले के विभिन्न प्रखंडों में इन दिनों जंगली हाथियों का आतंक बढ़ा हुआ है. जंगली हाथियों के द्वारा चंदवा प्रखंड के रूद गांव में किसानों के खेतों में लगे फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया गया. हालांकि स्थानीय किसानों के द्वारा हाथियों के झुंड को काफी परिश्रम के बाद भगा दिया गया. इस बीच कुछ ग्रामीण हाथियों के झुंड के साथ खिलवाड़ भी करते देखे गए।दरअसल, लातेहार जिले के चंदवा, बालूमाथ, बरियातू, हेरहंज आदि प्रखंडों में इन दिनों जंगली हाथियों के झुंड ने उत्पात मचा रखा है. हाथियों के द्वारा प्रतिदिन किसी न किसी ग्रामीण के घर को ध्वस्त किया जा रहा है. साथ ही किसानों के फसलों को भी बर्बाद किया जा रहा है।इसी क्रम में हाथियों का झुंड चंदवा प्रखंड के रूद गांव में देखा गया. जहां खेतों में लगभग 11 की संख्या में हाथी निर्भीक होकर फसलों को बर्बाद कर रहे थे. गांव के खेत में हाथियों के झुंड के होने की खबर मिलने के बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण खेत के पास पहुंचे और हाथियों को भगाने का प्रयास करने लगे. ग्रामीणों द्वारा भारी शोर मचाने के बाद हाथी खेतों से निकलकर जंगल की ओर चले गए।हाथियों को भगाने के दौरान गांव के कुछ युवक हाथियों के झुंड के काफी नजदीक पहुंचकर दुस्साहस भी कर रहे थे. हालांकि कुछ हाथी इस दौरान उग्र भी दिखाई दिए, लेकिन बाद में ग्रामीणों के शोर मचाने के बाद सभी हाथी खेतों से निकलकर पास के जंगल में चले गए. ग्रामीणों ने बताया कि हाथियों के झुंड में बड़े हाथियों के अलावा दो-तीन हाथियों के बच्चे भी शामिल हैं. सभी हाथी एक साथ चलते हैं और फसलों को बर्बाद कर रहे हैं. जिसे लेकर ग्रामीणों ने वन विभाग से हाथियों के आतंक से बचाव की मांग की है. साथ ही बर्बाद हो रहे फसलों का मुआवजा भी देने की मांग की है।इधर, इस संबंध में लातेहार वन प्रमंडल पदाधिकारी प्रवेश अग्रवाल ने कहा कि विभाग के द्वारा हाथियों को सुरक्षित स्थान पर भेजने के लिए विभाग प्रयासरत है. उन्होंने आम लोगों से अपील की कि हाथियों के साथ छेड़खानी न करें, यह खतरनाक हो सकता है. जब भी हाथी गांव में आए तो तत्काल इसकी सूचना वन विभाग को दें।

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