कालीचरण
जमशेदपुर : राज्य सरकार द्वारा संचालित सरकारी शराब दुकानों में मैनपॉवर ठेका को लेकर महिनों से बंदरबांट चल रहा है। जिससे पूर्वी सिंहभूम जिले के 110 सरकारी शराब दुकानों में काम करने वाले लगभग 342 कर्मचारी इसका खामियाजा भुगत रहे हैं। जिसमें सुपरवाइजर और सेल्समैन शामिल है। इन्हें पिछले चार माह से वेतन ही नहीं मिला है। जिसके कारण इनकी स्थिति बद से बद्तर हो गई है। बताया जा रहा है कि जुलाई 2023 में पश्चिम बंगाल कोलकाता की कंपनी वेबेल टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड ने जिले में संचालित हो रहे 110 शराब दुकानों में मैनपॉवर सप्लाई का ठेका लिया था। जिसके बाद उसने कोलकाता की ही कंपनी बाइंड्री सॉल्यूशन के साथ आपसी करार कर मैनपॉवर का ठेका उसे दे दिया। मगर इस कंपनी ने रांची के रहने वाले बबलू सिंह नामक व्यक्ति को आगे मैनपॉवर का ठेका पेटी पर दे दिया। वहीं बबलू सिंह ने ठेका लेने के बाद जिले में एरिया वाइज कई लोगों को पेटी में ठेका दे दिया। जबकि उसके द्वारा कुछ दिनों तक ठेका चलाने के बाद बाइंड्री सॉल्यूशन नामक कंपनी ने हाल फिलहाल में मैनपॉवर का ठेका पुनः किसी चंदन सिंह नामक व्यक्ति को दे दिया है। साथ ही इसकी सूचना सहायक आयुक्त उत्पाद के कार्यालय को भी लिखित रूप से दे दी है। इन सब के बीच बीते चार माह से कर्मचारियों को वेतन ना मिलने से वे भुखमरी के कगार पर है। मगर कर्मचारियों की परेशानियों से विभाग को कोई लेना-देना नहीं है। वे तो अपने में ही मस्त है। इस संबंध में जानकारी लेने पर सहायक आयुक्त उत्पाद रामलीला रवानी एक दो दिनों में वेतन मिलने की बात को दोहराते रहते हैं। इसी तरह आज भी उनसे पूछने पर उन्होंने बताया कि इस संबंध में विभाग को चिट्ठी लिख दी गई है। अगर स्टॉक में कोई गड़बड़ी हुई तो इसका जिम्मेवार वेबेल टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड ही होगा। जल्द ही कर्मचारियों को बकाया वेतन मिल जाएगा।