माहे रमजान को न सिर्फ रहमतों और बरकतों की बारिश का महीना बताया बल्कि समूचे मानव जाति को प्रेम भाईचारे और इंसानियत का संदेश भी देने वाला महीना भी बताया: शेख वकील

Md Mumtaz

खलारी। शेख वकील अहमद ने माहे रमजान को न सिर्फ रहमतों और बरकतों की बारिश का महीना बताया बल्कि समूचे मानव जाति को प्रेम भाईचारे और इंसानियत का संदेश भी देने वाला माह कहा। श्री अहमद ने इस्लाम में यह स्पष्ट है कि केवल धन ही नेकी के कामों का साधन नहीं हो सकता, बल्कि हर वह कार्य जो सम्पूर्ण मानव जाति के लिए भलाई का काम करें वो सदका है, जिससे संसार के प्रत्येक जीव जगत को फ़ायदा पहुंता है । साथ ही उन्होंने इस महीना इस्लाम के सबसे पाक महीनों में शुमार किया जाता है यह बताया कि इस्लाम के सभी अनुयाइयों को इस महीने में रोजा, नमाज, फितरा आदि करने की सलाह है साथ ही इस्लाम के बताए गए मार्ग में यह कहा गया है किसी व्यक्ति के रास्ते में पड़ने वाले विघ्न बाधा को दूर कर देना भी सदका है। दो व्यक्तियों के बीच सुलह करा देना भी सदका है और अगर कोई किसी लाचार व्यक्ति को देखते हुए उसकी मदद करना सदका है। इस्लाम के अनुसार रमजान माह में भलाई कमाने के कई रास्ते इंसानों के लिए खोल देता है। इंसान नेकी व भलाई के कामों से बेहतर समाज बनाने में अपना योगदान दे सकता है यह मायने नहीं रखता कि उसकी आर्थिक स्थिति सही है या नहीं खाली जेब राह का रोड़ा नहीं बन सकता है। इसलिए इस्लाम को आम भाषा में व्यावहारिक जीवन व्यवस्था कहा जाता है जो इंसानियत के लिए पैग़ाम देता है।

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