कदमा में युवक ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में खुद को बताया जिम्मेदार, कर्जदारों को कंपनी के सेटलमेंट से कर्ज चुकाने की लिखी बात 

जमशेदपुर : कदमा थाना अंतर्गत रामनगर रोड नंबर 2 स्थित मित्तल टावर फ्लैट नंबर ए/2 निवासी 40 वर्षीय सिद्धार्थ चौधरी ने बीते रात्रि फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वहीं घटना की जानकारी पाकर संबंधित थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेज दिया। इस दौरान जांच के क्रम में पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है। मृतक बिस्टुपुर स्थित नयूवोको कंपनी में कार्यरत था। मामले में मृतक के पिता ओमप्रकाश चौधरी ने थाने में लिखित आवेदन दिया है। जिसमें उन्होंने कहा कि बीते गुरुवार लगभग 8 बजे बिस्टुपुर स्थित कंपनी के कार्यालय से निकलकर वह घर पहुंचा। जिसके बाद खाना खाकर बालकनी में चला गया। साथ ही मैं पत्नी के साथ कमरे में सोने चला गया। वहीं शुक्रवार की सुबह लगभग 4: 30 बजे पत्नी मीरा चौधरी जब बालकनी में बैठने गई तो उसने बेटे को पंखे के हुक के सहारे तार से फंदे पर लटके हुए पाया। इस दौरान उसके चिखने की आवाज सुनकर मैं भी वहां पहुंचा। जिसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

 

क्या लिखा है सुसाइड नोट में :-

वहीं आत्महत्या करने से पहले मृतक सिद्धार्थ चौधरी ने अपने सुसाइड नोट में इसके लिए खुद को जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही इसमें किसी का दोष नहीं होने की बात भी कही है। सुसाइड नोट में उसने किससे कितना कर्जा लिया है, वह भी लिखा है। जिसमें उसने अखिलेश सिंह से 4.40 लाख रुपए, अजित कुमार से 2.50 लाख रुपए और प्रांति मुखर्जी से 2 लाख रुपए कर्ज लेने की बात भी कबूली है। मगर उसने कंपनी से मिलने वाले सेटलमेंट से सभी को कर्ज वापस करने की बात भी लिखी है। इसी तरह उसने चरणजीत कौर भाटिया से अपने 6 लाख रुपए वापस लेने की बात भी कही है। अंत में उसने आत्महत्या का जिम्मेदार खुद को बताया है।

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