मो. यूनुस का निधन समाज, देश व मेरी व्यक्तिगत क्षति: अज़हर
मेदिनीनगर: सेवानिवृत्त शिक्षक हाजी मो. युनुस अंसारी का निधन समाज, देश व मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है। आजीवन उन्होंने समाज हित व देश के लिए काम किया। वे हिंदू-मुस्लिम एकता पर काफी बल देते थे। उन्हें साहित्य से गहरा लगाव था। उनसे, मेरे व्यक्तिगत संबंध रहे हैं। उक्त बातें अदबी संसार के संस्थापक एम.जे. अज़हर ने कही। उन्होंने कहा कि 87 वर्षीय मो. युनुस अंसारी ने 19 जून 2024 को सुबह में बरवाडीह के अपने पैतृक आवास पोखरी में अंतिम सांस ली। जनाजे की नमाज मौलाना लुकमान अहमद रूमी ने पढ़ाई। उन्हें पोखरी के स्थानीय कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-ख़ाक कर दिया गया।उनके निधन पर साहित्य व शिक्षा जगत से अदबी संसार के संरक्षक मौलाना महताब आलम जियाई, शमीम रजवी, डॉ. तस्लीम आरिफ, अध्यक्ष इमरान शाद, उमेश टोप्पो, अनिल कुमार, उपेंद्र मिश्रा, जय किशोर, राज कुमार, रेणु कुमारी, गुलाम गौस, सुशील कुमार सिंह, अंगद कुमार सिंह, काशिफ कमर, अर्पण कुजूर, अमृता टेटे, श्वेता मिंज, सोनी नुसरत, जावेद अहमद खां, फैयाज अहमद, मो. यासीन, मो. मनव्वर हुसैन अंसारी, मुजाहिद हुसैन, खालिद रजा ताबिश, मौलाना सद्दाम हुसैन परवाज, निगार आलम अता, अब्दुल्लाह अंसारी, रहबर पालमुवी, अशअर नूरानी, ए. आर. नामी. डॉ. एम. कुरैशी, एस.एम. शाहनवाज, मो. निजामुद्दीन, कमर गयावी ने शोक व्यक्त किया है।