समाज और पार्टी में निभाई सेवाभाव से जिम्मेदारी – रघुबर दास

 

केंद्रीय रक्षा मंत्री और पूर्व राज्यपाल पहुंचे सेठी निवास, परिजनों को बंधाया ढांढ़स

 

जमशेदपुर/रांची : गुरविंदर सिंह सेठी ने न सिर्फ भाजपा में, बल्कि समाज में भी सेवाभाव के साथ हर जिम्मेदारी निभाई है। उनके असमय निधन से पार्टी व समाज को बड़ा धक्का लगा है। जिसकी क्षतिपूर्ति असंभव है। उक्त बातें ओडीशा के पूर्व राज्यपाल सह झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने गुरुवार पटेल चौक स्थित सेठी निवास पहुंचकर स्व. गुरविंदर सिंह सेठी को श्रद्धांजलि देने के क्रम में कहीं। इस दौरान उन्होंने सेठी जी के जीवन के यादगार पलों की सराहना करते हुए कहा कि हम सभी उनके ऋणी रहेंगे। क्योंकि वे एक कार्यकर्ता से ज्यादा समाजसेवी की भूमिका में हमेशा लोगों की भलाई करते नजर आएं। उन्होंने स्व. सेठी के पुत्र अस्मित सेठी को ढांढस बंधाते हुए कहा कि हम सभी आपके परिवार के साथ हैं। इसलिए खुद को कभी अकेला न समझें। मौके पर स्वर्गीय सेठी के भाई व रांची मेन रोड गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के सचिव गगन सेठी समेत परिवार के अन्य लोग भी मौजूद थे।

 

केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री ने भी दी श्रद्धांजलि :-

कल पूर्व केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने भी स्व. सेठी के आवास पहुंचकर श्रद्धांजलि देने के क्रम में उनकी सराहना करते हुए कहा कि सेठी जी का असमय देहांत होना पूरी पार्टी और समाज के लिए चिंताजनक है। बताते चलें कि 31 दिसंबर 2024 को अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष व प्रधानमंत्री 15 सूत्री क्रियान्वयन समिति में रहे वरिष्ठ भाजपा नेता गुरविंदर सिंह सेठी का पुणे में हृदयगति रूकने से निधन हो गया था। उनके देहांत के बाद रांची, धनबाद, जमशेदपुर, रामगढ़ और बोकारो के सिख समाज में माहौल काफी गमगीन हो गया था। आयोग में रहते हुए स्व. सेठी ने 1984 के मुआवजे समेत अन्य कई लाभ केंद्र व राज्य सरकार से दिलवाई थी।

 

विभिन्न जिलों में हो रही श्रद्धांजलि सभा :-

झारखंड के विभिन्न जिलों में स्व. सेठी समर्थकों विशेषकर सिख समाज व पार्टी से जुड़े कार्यकर्ता श्रद्धांजलि देने का काम कर रहे हैं। बीते दिनों धनबाद के सिंदरी गुरुद्वारा में उनके लिए अरदास भी की गई थी। इसी तरह जमशेदपुर में भी 12 जनवरी 2025 को बीर खालसा दल द्वारा अरदास और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा। झारखंड के विभिन्न गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटियां भी स्व. सेठी के लिए आत्मिक शांति की अरदास कर रही हैं।

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