टाटा स्टील ने पहला जमशेदपुर सिटी फॉरेस्ट नागरिकों को किया समर्पित

जमशेदपुर : शहरी वनों की अवधारणा को ध्यान में रखते हुए टाटा स्टील ने कदमा केएफ वन फ्लैट के पास स्थित अपनी तरह का पहला जमशेदपुर सिटी फॉरेस्ट शहर के नागरिकों को समर्पित किया।

वहीं शनिवार टाटा स्टील वाईस प्रेसिडेंट (कॉर्पोरेट सर्विसेज) चाणक्य चौधरी, टाटा वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी, टाटा स्टील वाईस प्रेसिडेंट (टीक्यूएम और ईएंडपी) अवनीश गुप्ता, टाटा स्टील वाईस प्रेसिडेंट (ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट) अत्रेयी सान्याल, टाटा वर्कर्स यूनियन उपाध्यक्ष शैलेश कुमार सिंह और महासचिव सतीश कुमार सिंह समेत अन्य ने संयुक्त रूप से इसका उद्घाटन भी किया। इस दौरान बताया गया कि जमशेदपुर सिटी फॉरेस्ट शहरों में हरे-भरे स्थानों की कमी को दूर करने का एक सचेत प्रयास है और 5.10 एकड़ भूमि में फैला हुआ है। जिसमें 37,000 से अधिक वृक्षारोपण किए गए हैं। साथ ही वृक्षारोपण की मियावाकी पद्धति का उपयोग कर 15-20 वर्षों के अंदर देशी शहरी वन पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करता है। यह जंगल जेएमडी पार्क, कदमा बायोडायवर्सिटी पार्क, जमशेदपुर नेचर ट्रेल, दलमा व्यू प्वाइंट, सीआरएम बारा आदि जैसे के अनुरूप है। वहीं इसने वर्ष 2016 में शहर में हरित आवरण को लगभग 35 प्रतिशत से 2023 में लगभग 38 प्रतिशत तक बढ़ाने में मदद की है।

यह शहरी वन मानव कल्याण के लिए फायदेमंद हैं। साथ ही जैव विविधता का समर्थन करते हैं और ताजी हवा के लिए शहर के अंदर सांस लेने के लिए खुली जगह प्रदान करते हैं। यह बड़े कार्बन सिंक के रूप में कार्य करती हैं। बताते चलें कि जमशेदपुर सिटी फॉरेस्ट में पेड़ों के पूर्ण परिपक्वता तक पहुंचने पर सालाना 460 टन CO2 अवशोषित करने की उम्मीद है। जंगल में लगभग 2 मिलियन लीटर की जल धारण क्षमता और एक वर्षा जल संचयन तालाब भी है। शहरी हरियाली कोई विकल्प नहीं, बल्कि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का मुकाबला करने और एक सस्टेनेबल भविष्य बनाने के लिए सबसे प्रभावशाली, लागत प्रभावी और समावेशी विकल्प है।

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