कार्यक्रम कम पिकनिक की अधिक अनुभूति करवाता आयोजन
गिरिडीह:- आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वारा कार्यक्रम का तीसरा चरण अगामी 24 नवम्बर से 26 दिसम्बर 2023 तक प्रस्तावित है। इस कार्यक्रम के पिछले दोनों संस्करणों का अनुभव और परिणाम सबके सामने है। इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि इस कार्यक्रम से योग्य लाभुकों को पेंशन का काफी लाभ मिला। यह लिखना काफी कड़वा किंतु सत्य है कि इस कार्यक्रम के पिछले दोनों आयोजनों में ग्राम पंचायतों के प्रमुख के द्वारा प्रति आयोजन खर्च किया जाने वाला अनुमानित 25 से 50 हज़ार रुपए आखिर आए कहां से? क्या इसका प्रबंधन प्रखंड या जिला प्रशासन एवं सरकार करती है?
कार्यक्रम का देर से शुरू होना और जल्दी ख़त्म हो जाना साथ ही बीच में एक घंटे का लंच ब्रेक ( पिकनिक-पार्टी) बेचारी आम जनता की आशान्वित हजारों की भीड़ और शोर-शराबे के बीच पता ही नहीं चलता था कि कार्यक्रम कब शुरू हुआ और कब ख़त्म हो गया।
संशोधित कार्यक्रम के तहत 24 नवम्बर से शुरू होने वाले इस कार्यक्रम को लेकर कहीं- कहीं से विरोध के सुर उठने लगे हैं। आम जनता के अनुसार यह कार्यक्रम अपने आयोजन के उद्देश्यों एवं उनकी आशाओं पर खरा नहीं उतर सका तो कुछ जन- प्रतिनिधियों के अनुसार सरकार पंचायतों के विकास के लिए कोई फंड नहीं दे पा रही है, पंचायत चुनाव को सम्पन्न हुए डेढ़ वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकारी उदासीनता के कारण पंचायतें विकास के मामले में शून्य हैं। इस कार्यक्रम के द्वारा सरकार केवल अपना प्रचार- प्रसार करती है। जन-प्रतिनिधियों को कार्यक्रम के आयोजन में अपने घर से पैसा लगाना पड़ता है। इस एकदिवसीय कार्यक्रम से जनता को पेंशन के अतिरिक्त अन्य कोई सरकारी योजना का बहुत अधिक लाभ नहीं मिल पाता है। कहा कि यह कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण सरकारी आयोजन कम बल्कि वृहत स्तर पर किए जाने वाले किसी पिकनिक या पार्टी की अनुभूति अधिक करवाता है।