मनप्रीत सिंह हत्याकांड में फरार चल रहे कुख्यात अपराधी पूरन चौधरी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

 एक देसी कट्टा और दो जिंदा कारतूस बरामद

– निशानदेही पर बहन के घर से दो पिस्टल, तीन मैगजीन, 10 जिंदा कारतूस और तीन खोखा भी बरामद

जमशेदपुर : बीते रविवार की रात्रि एसएसपी किशोर कौशल को मिली गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने एमजीएम थाना अंतर्गत डिमना हिल प्वाइंट होटल पानी टकी के पास छापेमारी कर मनप्रीत सिंह हत्याकांड में फरार चल रहे गोलमुरी रामदेव बगान निवासी कुख्यात अपराधी पूरन चौधरी उर्फ सौरभ चौधरी उर्फ दीपक को गिरफ्तार किया है। साथ ही उसकी निशानदेही पर पुलिस ने सिदगोड़ा एग्रिको क्लब हाउस के पास से छिपाकर रखा हुआ एक देसी कट्टा और दो जिंदा कारतूस भी बरामद किया है। वहीं गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में उसने कई बड़े खुलासे भी किए। जिसके तहत उसने राजस्थान जयपुर मुरलीपुरा थाना अंतर्गत गणेश नगर निवासी उसकी बहन सुमित्रा चौधरी के यहां हथियार छुपाकर रखने की बात भी कही। जिसकी जानकारी पाकर सिदगोड़ा थाना प्रभारी दल बल के साथ जयपुर पहुंचे और स्थानीय पुलिस के सहयोग से छापेमारी कर बहन के घर से दो देशी पिस्टल, तीन मैगजीन, 10 जिंदा कारतूस और तीन खोखा भी बरामद किया है। जिसके बाद मुरलीपुरा थाने की पुलिस ने आर्म्स एक्ट के मामले में बहन को भी गिरफ्तार कर लिया है। मामले का खुलासा मंगलवार पुलिस ऑफिस में एसएसपी किशोर कौशल ने प्रेसवार्ता कर किया। मौके पर एसपी सिटी मुकेश कुमार लुनायत और डीएसपी वन गोपाल प्रसाद भी मौजूद थे। वार्ता के दौरान एसएसपी ने बताया कि फरारी के दौरान गिरफ्तार अपराधी पुरन चौधरी बरामद हथियारों के साथ तस्वीर खिंचवाकर फेसबुक पर पोस्ट कर रहा था। जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा था कि वह पुलिस को चुनौती दे रहा है। जिसके बाद पुलिस ने भी कमर कसी और अनुसंधान के क्रम में अपराधी को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। साथ ही साथ पुलिस ने अवैध हथियार छुपाकर उसकी मदद करने के जुर्म में उसकी बहन को भी गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार अपराधी पर गोलमुरी थाने में चार, सिदगोड़ा में एक, एमजीएम में दो, सोनारी में एक, आसनसोल साउथ पीएस थाने में एक, जयपुर मुरलीपुरा थाने में एक और सिदगोड़ा थाने में एक आपराधिक मामला भी दर्ज है। जबकि सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अपराधी पूरन चौधरी ने शहर के मानगो निवासी एक सिख व्यक्ति की हत्या के लिए 10 लाख रुपए की में सुपारी ली थी। जिसके तहत वह कई बार घटना को अंजाम देने के लिए शहर भी आया था। मगर सफल नहीं हो सका और अंततः वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। फिलहाल पुलिस ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। टीम में डीएसपी वन के अलावा सिदगोड़ा थाना प्रभारी गुलाम रब्बानी खां, एसआई विकास कुमार, सुशांत सुंडी, डानियल सागा, हवलदार जुबेल हांसदा, आरक्षी 1523 नरेंद्र टुडू और आरक्षी 2214 धर्मेंद्र सिंह शामिल थे।

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