संजय सागर
बड़कागांव: डेमोटांड़ में 33000 बिजली के खंभे में जंफर कट जाने के कारण बड़कागांव एवं केरेडारी प्रखंड के 164 गांव में 12 घंटे तक अंधेरे में रहा. इसे पूरा जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया था. 24 अप्रैल को बिजली विभाग के मिस्रियों द्वारा जंफर जोड़े जाने के बाद 12 घंटे बाद बिजली आई. तब लोगों को राहत मिली.
बिजली कट जाने के कारण भीषण गर्मी में लोग पसीने से तर बतर हो रहे थे. वहीं इलेक्ट्रॉनिक दुकान, सिंचाई, विद्यार्थियों का पठन-पाठन, आटा चक्की , फ्रिज,बोरिंग पानी, टीवी, कुलर आदि प्रभावित था.
बिजली विभाग के वर्कर अरविंद कुमार ने बताया कि डेमोटांड़ एवं सिंदूर के बीच तैतीस हजार बिजली के खंभे में जंफर कट गया था .इसलिए गत रात से ही बिजली कट गई थी. तेज धूप में बिजली विभाग के मिस्रियों ने जंफर को जोड़ा तब बिजली आई. बिजली 6:00 बजे शाम तक रही.इसके बाद बिजली कट गई. समाजसेवी मनोज गुप्ता ने कहा कि कोल उद्योग लगने से पहले बिजली की स्थिति में सुधार थी. जब से कोल खनन शुरू हुई है, तब से बिजली नियमित रूप से नहीं मिल रही है .इस विभाग से संबंधित अधिकारी व इंजीनियर बड़कागांव में नहीं रहते हैं. इन्होंने बिजली विभाग के अधिकारियों एवं इंजीनियरों को नियमित रूप से रहने का मांग किया है .ताकि वे बिजली को नियमित रूप से देख रेख कर सके.