मेदिनीनगर : सदर अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस में रखे डीप फ्रीजर सफेद हाथी का दांत बना हुआ हैं। इसे लेकर जिम्मेदारों को भी कोई परवाह नहीं है।पोस्टमार्टम हाउस में आने वाले अज्ञात शवों को सड़ने गलने से बचाने के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से तीन शवों को रखने के लिए फ्रीजर की व्यवस्था कराई गई थी।
पिछले कई महीनों से पोस्टमार्टम हाउस में रखे फ्रीजर कार्य नहीं कर रहे हैं जिससे लावारिस शव को रखने में दिक्कत होने लगी है। पोस्टमार्टम हाउस में जिन स्लैव पर शवो को रख कर पोस्टमार्टम किया जाता है वह भी गंदगी से भरा पड़ा हैं। इसके साथ ही भवन में लगी अधिकांश लाइट कार्य नहीं कर रहे हैं जिसके चलते पोस्टमार्टम करते समय डॉक्टरों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इन सभी समस्याओं को लेकर जिम्मेदार अधिकारी लापरवाह बने हुए हैं।ऐसे में पोस्टमार्टम के लिए रखे जाने वाले अज्ञात शव सड़ गल कर दुर्गंध मारने लगते हैं। पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारी इसे ठीक कराने के लिए बार-बार अफसरों से कहते हैं लेकिन सिर्फ आश्वासन मिल रहा है। अभी एक महीना बाद गर्मी का मौसम शुरू हो जाएगा। गर्मी के मौसम में अज्ञात शव कि और भी दुर्दशा हो जाती है। पोस्टमार्टम हाउस के आसपास सैकड़ों घर हैं,शव से निकलने वाली दुर्गन्ध से आसपास के क्षेत्र में काफी दुर्गंध फैलती है,जिससे लोगों का जीना मुहाल हो जाता है।
इस संबंध में पूछे जाने पर अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि पोस्टमार्टम हाउस में रखे गए डीप फ्रीजर को यहां के मैकेनिक सही नहीं कर पा रहे हैं। बाहर से इलेक्ट्रिक इंजीनियर को बुलाकर इसे ठीक कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि कई बार इंजीनियर को डीप फ्रीजर बनाने के लिए बोला गया है,लेकिन अभी तक इंजीनियर नहीं पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि प्रयास किया जा रहा है कि जल्द से जल्द पोस्टमार्टम हाउस का डीप फ्रीजर बन जाए। ताकि लावारिस शव को रखने में दिक्कत ना हो।