जिले के सभी थानों को जोड़ा जाएगा ऐप से, संबंधित अधिकारी के पास लॉगिन के लिए होगा ईमेल आईडी
जमशेदपुर : जमशेदपुर होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन (जेएचआरए) के तत्वावधान में शनिवार बिस्टुपुर स्थित होटल सोनेट में देश के पहले होटल गेस्ट वेरिफिकेशन सिस्टम की लॉन्चिंग कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा के कर कमलों द्वारा हुई। मौके पर एसएसपी किशोर कौशल, एसपी सिटी मुकेश कुमार लुनायत, एसपी ग्रामीण ऋषभ गर्ग, एएसपी सुमित अग्रवाल, डीएसपी सीसीआर अनिमेष गुप्ता, जेएचआरए अध्यक्ष रविश रंजन, झारखंड एनआईसी निदेशक एसआईओ डॉ पीयूष गुप्ता, वरिष्ठ निदेशक आईटी झारखंड इकाई दीपक कुमार, एनआईसी वरिष्ठ निदेशक आईटी ओमेश सिन्हा, जिले के डीआईओ किशोर प्रसाद, एनआईसी झारखंड राज्य इकाई उपनिदेशक आईटी प्रशांत कुमार सिन्हा, बिस्टुपुर थाना प्रभारी अंजनी कुमार, होटल सोनेट के मालिक रवि पारीख समेत अन्य मौजूद थे। इस दौरान जेएचआरए अध्यक्ष रविश रंजन ने बताया कि होटल गेस्ट वेरिफिकेशन सिस्टम जिसके तहत होटल अतिथि नामक पुलिस सत्यापन प्रणाली को तकनीकी रूप से सरल बनाने के लिए जेएचआरए ने जिले के एसएसपी से संपर्क किया था। वहीं होटलों के अलावा पुलिस को आपराधिक और अवैध गतिविधियों पर नजर रखने में कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। उन्होंने बताया कि एक बार बिस्टुपुर थाना अंतर्गत केनरा बैंक के नीचे लाखों रुपए की डकैती की घटना घटी थी। जिसके दूसरे दिन पुलिस ने होटल पहुंचकर गेस्ट की छानबीन भी शुरू कर दी थी। जिसके बाद पुलिस ने आनन-फानन में होटल में ठहरे और चेक आउट किए हुए गेस्ट की जानकारी की मांग की। जिसके कारण होटल संचालक को काफी परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। जिसके बाद ही इस ऐप को लॉन्च करने की बात दिमाग में आई। वहीं पूरे जिले में डेढ़ सौ से ज्यादा रजिस्टर्ड होटल है। जबकि जमशेदपुर शहर में 50 रजिस्टर्ड होटल के अलावा छोटे-छोटे होटल और लॉज भी है। पहले हमें रोजाना पुलिस स्टेशन में गेस्ट के ठहरने की हार्ड कॉपी देनी पड़ती थी। मगर अब इस एप के लॉन्च हो जाने से यह सरल हो गया है। उन्होंने एप लॉन्चिंग को लेकर जिला प्रशासन के साथ साथ एनआईसी की सराहना भी की। उन्होंने कहा कि एसएसपी की पहल से राज्य राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (एनआईसी) झारखंड ने इस अनूठी परियोजना को लेकर एक उपयोगी सॉफ्टवेयर तैयार किया है। इसी तरह डीआईओ किशोर प्रसाद ने बताया कि एनआईसी ने एक सॉफ्टवेयर होटल अतिथि तैयार किया है। जिसका उपयोग पुलिस सत्यापन प्रक्रिया को बेहतर और आसान बनाने के लिए किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह झारखंड राज्य में ऐसा पहला सॉफ्टवेयर होगा जो पुलिस सत्यापन में उपयोगी भी होगा। यह सॉफ्टवेयर होटलों द्वारा परेशानी मुक्त दिनचर्या सुनिश्चित करेगा। जिसके आधार पर ही सॉफ्टवेयर डिजाइन किया गया है। जिसमें होटल, स्थानीय पुलिस स्टेशन और जिला प्रशासन शामिल होंगे। झारखंड में पहली बार है जब एनआईसी ने पुलिस के काम को आसान बनाने के लिए इस सॉफ्टवेयर को विकसित किया है। आगे डीआईजी अजय लिंडा ने कहा कि इस एप के लॉन्च होने से अपराधी और अपराध पर अंकुश लगाने में पुलिस को मदद मिलेगी। कई बार अपराधी घटना को अंजाम देने के बाद छुपने के लिए होटल का सहारा लेते हैं। मगर इस एप के होने से हमें उनकी जानकारी फॉरेन मिल जाएगी। जिसके तहत पुलिस कार्रवाई भी करेगी। उन्होंने कहा कि पुलिस अपराध पर पूरी तरह अंकुश तभी लगा सकती है जब आम लोगों का साथ भी उन्हें मिले और ऐसे एप से पुलिस को काफी मदद भी मिलेगी। जबकि एसएसपी किशोर कौशल ने गेस्ट वेरिफिकेशन सिस्टम एप को लेकर कहा कि इससे पुलिस और होटल संचालकों का काम सरल हो जाएगा। साथ ही दोनों आपसी समन्वय में स्थापित कर अपराध पर अंकुश लगाने में मददगार साबित होंगे। इस ऐप से जुड़ने के लिए जिले के सभी थानों को ईमेल आईडी और पासवर्ड दिया जाएगा। जिस पर थाने के संबंधित अधिकारी लॉगिन कर होटल मैं आने और जाने वाले गेस्ट की गतिविधियों पर नजर रख सकेंगे। जिसके कारण हम अपराधियों पर लगाम लगा सकेंगे। पहले पर्व त्योहार के समय ही पुलिस होटल में जाकर ठहरने वाले गेस्ट की जांच करती थी। मगर अब रोजाना उन पर नजर रखी जाएगी।