शिक्षक दिवस पर केक और चनाचुर खाकर एक दर्जन से ज्यादा बच्चे हुए फूड प्वाइजनिंग के शिकार

 

चार बच्चों का एमजीएम अस्पताल में चल रहा इलाज, प्रभारी ने कहा गर्मी से बिगड़ी तबीयत

 

जमशेदपुर : सरायकेला खरसावां जिले के कांड्रा बस्ती स्थित सरकारी नरेंद्र नगर राजकीय उच्च विद्यालय में गुरुवार की दोपहर फूड प्वाइजनिंग से एक दर्जन से ज्यादा बच्चे बीमार पड़ गए। इस दौरान वहां अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। जिसके बाद स्कूल प्रबंधन ने घटना की सूचना बच्चों के अभिभावकों को दी। सूचना पाकर आनन-फानन में अभिभावक भी स्कूल पहुंचे और बच्चों को इलाज के लिए गम्हरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वहीं गंभीर रूप से बीमार बच्चों को बेहतर इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिसमें खुशी महतो, अनीशा, पहलाद कुमार मोदी और सेफाली बारिक शामिल हैं। सभी बच्चे छठी, सातवीं और आठवीं कक्षा के है। मामले में बताया जा रहा है कि शिक्षक दिवस के अवसर पर कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सभी बच्चे स्कूल पहुंचे थे। जहां उन्हें नास्ते में केक और चनाचुर दिया गया। जिसे खाने के बाद लगभग एक दर्जन बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी। इस दौरान बच्चों को बेचैनी भी होने लगी। यह सूचना जैसे ही बच्चों के अभिभावकों को मिली। सभी स्कूल पहुंचे और एंबुलेंस के सहयोग से सभी को पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां से चार बच्चों को एमजीएम अस्पताल ले जाया गया। वहीं घटना की सूचना पाकर छात्र नेता हेमंत पाठक भी अस्पताल पहुंचकर बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। मौके पर उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा की पूरी लापरवाही स्कूल प्रबंधन की है। उन्होंने कहा कि नाश्ते में दिए गए केक और बिस्किट कहां से लाया गया, इसकी जांच होनी चाहिए। साथ ही इसको बेचने वाले दुकानदार पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। इस संबंध में प्रभारी आशा रानी ने स्कूल का बचाव करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम बच्चों द्वारा ही आयोजित किया गया था। जिस स्थान पर कार्यक्रम आयोजित हो रही थी वहां बच्चों की संख्या ज्यादा होने और बार-बार बिजली कटने की वजह से गर्मी के कारण बच्चों की तबीयत बिगड़ी है। जिसके बाद स्कूल द्वारा बीमार बच्चों को अस्पताल पहुंचाया गया। फिलहाल चारों बच्चों का इलाज चल रहा है।

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