झारखण्ड यूथ फोर्स का भ्रष्टाचार के विरुद्ध आमरण अनशन दूसरे दिन भी रहा जारी

भ्रष्टाचार एवं भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने का लिखित आश्वासन दे प्रशासन

मो.ओबैदुल्लाह शम्सी

गिरिडीह:- जमुआ प्रखंड मुख्यालय परिसर में झारखण्ड यूथ फोर्स के बैनर तले 3 मार्च से जारी आमरण अनशन कल दूसरे दिन भी जारी रहा।
आमरण अनशन पर बैठे यूथ फोर्स के सचिव रंजीत मंडल ने कहा हमें न चुनाव लड़ना है और न ही नेता बनना है। हम लोग सदैव आम आदमी के बीच रहने वाले लोग हैं। हमारी लड़ाई भ्रष्टाचार एवं भ्रष्टाचारियों से है। गरीबों के हिस्से का 20 हजार क्विंटल से अधिक अनाज का गबन किया गया है। अबुआ आवास योजना में जबरदस्त लूट-खसोट मची हुई है। प्रशासन और सरकार आखिर इन गंभीर विषयों एवं ज्वलंत मुद्दों पर मूक दर्शक कब तक बनी रहेगी।

अध्यक्ष गौतम सागर राणा ने कहा कि हम संवैधानिक रूप से भ्रष्टाचार एवं भ्रष्टाचारियों के विरुद्ध अपना आंदोलन कर रहे थे। एसडीएम और एसडीपीओ की उपस्थिति में हम सभी साथियों के साथ पुलिस के द्वारा बर्बरता की गई। हमें धमकाया गया। हमारे साथ धक्का-मुक्की और मारपीट की गई। महिलाओं के साथ भी दुर्व्यवहार किया गया जो कि अत्यंत निंदनीय एवं दुर्भाग्यपूर्ण है।

मौके पर उपस्थित एक प्रदर्शनकारी महिला आसमा खातून ने कहा कि हम महिलाओं के साथ भी पुलिस ने बदसुलूकी किया। मुझे पीठ में एक लाठी मारा गया है। महिला पुलिस का प्रबंध नहीं था। पूरे जमुआ प्रखंड में राशन की कालाबाजारी चरम पर है। गरीबों के हक और अधिकार को मारा जा रहा है। उनके हिस्से का निवाला छीना जा रहा है। प्रशासन भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई न करके भ्रष्टाचार के विरुद्ध लड़ने वालों पर कार्रवाई कर रही है जो कि पूरी तरह से अलोकतांत्रिक एवं असंवैधानिक है। कहा कि जिला प्रशासन को हमारे साथ वार्ता करके हमें भ्रष्टाचार एवं भ्रष्टाचारियों पर नकेल कसने का लिखित आश्वासन देना चाहिए।

बताते चलें कि प्राप्त जानकारी के अनुसार झारखण्ड यूथ फोर्स एक ग़ैर मान्यता प्राप्त संघ है जिसके द्वारा धरना प्रदर्शन करने का कोई अनुमति प्रशासन से नहीं लिया गया था और ये लोग काफी बड़ी संख्या में एकत्रित होकर प्रखंड मुख्यालय के मुख्य द्वार को बंद करना चाह रहे थे जिसको लेकर पुलिस-प्रशासन को विवश होकर बल का प्रयोग करना पड़ा था।

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