श्री कृष्ण प्रेम, विश्वास और एकता के साथ-साथ कर्म क्षेत्र में सफल नेतृत्व करने का देते हैं सूत्र: अविनाश देव

 

विद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित, श्री कृष्ण के रूप में दिखे बच्चे

मेदिनीनगर: संत मरियम आवासीय विद्यालय में सोमवार को भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जहां भगवान श्री कृष्ण के रूप में सुसज्जित नन्हे मुन्ने बच्चे छोटे-छोटे गैया छोटे- छोटे ग्वाल छोटे से मेरो मदन गोपाल पर ठुमकते बच्चे का दृश्य वाकई में मनमोहन रहा, साथ ही कई मीटर ऊंचाई पर बंधे मटकी को तोड़ने के लिए आवासीय बच्चों के द्वारा बनाए गए पिरामिड का दृश्य भी अद्भुत था। विद्यालय के चेयरमैन श्री अविनाश देव ने इस कार्यक्रम में भाग लिए बच्चों पर पंचामृत की वर्षा कर स्नेह, समर्पण, एकता व भाईचारा के एक सूत्र में बंधने के लिए भगवान श्री कृष्ण से कामना किया। तत्पश्चात अपने संबोधन में कहा कि जन्माष्टमी सबसे व्यापक रूप से मनाए जाने वाले हिंदू त्योहारों में से एक है, जो भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान कृष्ण के जन्म का प्रतीक है। यह खुशी का अवसर भक्ति, अनुष्ठानों और भगवान कृष्ण की आकर्षक कहानियों के पुनर्कथन से भरा होता है। पूरे भारत और दुनिया भर के हिंदुओं द्वारा बड़े उत्साह के साथ मनाया जाने वाला जन्माष्टमी लोगों को प्रेम, विश्वास और सांस्कृतिक एकता भावना से जोड़ता है। भगवान कृष्ण का जीवन प्रेम, ज्ञान और वीरता का एक आदर्श मिश्रण है जिनके प्रत्येक कहानी में एक सबक है जिसे हम अपने जीवन में लागू कर सकते हैं। मौके पर छात्रावास अधीक्षक उत्कर्ष देव, पूजा देव, विकास विश्वकर्मा, संतन सोनी प्रदीप जी समस्त कर्मचारी व बच्चे मौजूद रहे।

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