धनबाद : नालसा के निर्देश पर इस साल का दूसरा नेशनल लोक अदालत शनिवार को व्यवहार न्यायालय में आयोजित किया गया। धनबाद के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह नालसा के चेयरमैन राम शर्मा ने लोक अदालत का विधिवत उद्घाटन किया।
यह है नेशनल लोक अदालत : डिस्ट्रिक्ट जज राम शर्मा ने कहा कि हमारा संविधान हर लोगों को सामाजिक, आर्थिक एवं सस्ता सुलभ न्याय की गारंटी देता है। नेशनल लोक अदालत संविधान के परिकल्पना को पूरी करने की दिशा में एक कदम है। प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि लोक अदालत में महीनों कोर्ट का चक्कर लगाने और पैसे की बर्बादी से बचा जा सकता है. इससे लोगों को मानसिक शांति भी मिलती है।
इसके साथ ही प्रेम और सौहार्द आपस में फिर से बन जाता है। लोगों मे प्रेम, शांति, समृद्धि और समरसता बनी रहे, यही इस लोक अदालत का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि 23 नवंबर 2013 से पूरे देश में नेशनल लोक अदालत का आयोजन हर तीन माह में किया जा रहा है।समय की होती बचत : जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजकुमार मिश्रा ने कहा कि राष्ट्रीय लोक अदालत आम आदमी के हित के लिये लगाये जाते हैं। बिना प्रशासनिक सहयोग के हम समाज तक न्याय नहीं पहुंचा सकते. उन्होंने कहा कि लोक अदालत के माध्यम से व्यापक पैमाने पर मुकदमों का निष्पादन किया जा रहा है। जिसमें समय की बचत के साथ-साथ वादकारियों को विभिन्न कानूनी पचड़ों से मुक्ति मिल रही है। पहली बार बिजली एक्ट के सर्वाधिक 466 मामले निस्तारित किए गए।