ग्लोबल वार्मिंग, संभलने की वार्निंग

उमाशंकर पाण्डेय मनुष्य का जल-जंगल-जमीन से रिश्ता आदिकाल से है। बिना इनके जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। आज सबसे बड़ा संकट ग्लोबल वार्मिंग का है। इससे सारी दुनिया चिंतित है। ग्लोबल वार्मिंग ने कई तरह की दुश्वारियां पैदा की हैं। पृथ्वी का तापमान बढ़ने (ग्लोबल वार्मिंग) और उसकी वजह से होने वाला जलवायु परिवर्तन आज प्रकृति की तबाही की सबसे महत्वपूर्ण कारक है। पृथ्वी के औसत तापमान में बढ़ोतरी या ग्लोबल वार्मिंग मुख्यतः कार्बन उत्सर्जन की तेजी से बढ़ती दर और कम होते जंगलों का परिणाम है। उत्तर…

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