जमशेदपुर : विश्व हिन्दू परिषद झारखंड प्रांत 16 से 18 अगस्त तक तीन दिवसीय कार्यसमिति की बैठक कोडरमा झुमरी तिलैया शिव वाटिका में प्रांत अध्यक्ष चंद्रकांत रायपत की अध्यक्षता में सोमवार को संपन्न हुई। जिसमें विहिप के केंद्रीय, क्षेत्रीय, प्रांतीय, विभागीय और 28 जिलों से अधिकारी व कार्यकर्ता भाग लेने पहुंचे थे। इस तीन दिवसीय चले प्रांत कार्यसमिति बैठक में विहिप के केंद्रीय अधिकारी अम्बरीष, जगन्नाथ शाही और पद्मश्री डाॅ आरएन सिंह का मार्गदर्शन सैकडों कार्यकर्ताओं को प्राप्त हुआ। 1964 में विहिप के स्थापना के कारणों व मूल लक्ष्य से आरंभ होकर 1992 में हिंदू समाज के एकजुट आंदोलन ने अयोध्या में श्रीराम मंदिर आंदोलन को सफल बनाने के लिए विवादित बाबरी ढांचा को गिराया था। साथ ही 22 जनवरी 2024 को अयोध्या में प्रभू रामल्ला की स्थापना की गई। यह सनातन धर्म के उत्थान और पुनर्स्थापना के मार्ग में पहला पड़ाव हिंदूओं ने त्याग और बलिदान से प्राप्त किया। वर्तमान मे भारत माता की भूमि को खंडित करने के लिए हिंदूओं को जाति में बांटने के लिए देश और सनातन धर्म विरोधी शक्तियां तरह तरह के षडयंत्र कर हिंदूओं की एकता को कमजोर करने का निरंतर कार्य कर रही है। हमारी लिए चुनौतियां पहले से ज्यादा बढ गई है और इन चुनौतियों से निपटने के विचार विमर्श कर जातियों को एकजुट कर हिंदुत्व की शक्ति को मजबूत बनाना, हिंदूओं को शत्रु बोध का आभास कराना तथा नये पीढ़ी को समाप्त होते परंपराओं और संस्कार की ओर ध्यान दिलाने के लिए संगठन के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों के विचार में परिवर्तन लाने के कार्य को ज्यादा बल दिया गया। बैठक के अंतिम दिन समापन सत्र के दौरान आगामी कार्यक्रम, विहिप स्थापना दिवस की योजना तथा जमशेदपुर महानगर विहिप के अधिकारियों के दायित्व में परिवर्तन कर संगठन को मजबूती देने का कार्य किया गया। जिसके अनुसार जनार्दन पांडेय को प्रांत बजरंगदल सह संयोजक, अरूण सिंह को सिंहभूम विभाग सहमंत्री, दीपक बजरंगी को बजरंगदल जमशेदपुर महानगर सहसंयोजक, प्रवीण सिंह मौर्या को बजरंगदल सहसंयोजक, सविता सिंह को मातृशक्ति प्रमुख, संगीता दास को दुर्गावाहिनी सह संयोजिका, मनीष सिंह को सह सेवा प्रमुख, आशुतोष काबरा को विशेष संपर्क प्रमुख, समरेश मिश्रा को प्रचार प्रसार सह प्रमुख, सुनील शाह को गौरक्षा सह प्रमुख और विशाल मिश्रा को सत्संग सहप्रमुख के पद पर घोषणा की गई।