चहारदीवारी के अभाव में विद्यालय में समस्याओं का अंबार

विद्यालय परिसर में रात्रि में जम कर खेला जाता है जुआ और पिया जाता है शराब

गिरिडीह:- जमुआ प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत बेरहाबाद के ग्राम बेरहाबाद में संचालित उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेरहाबाद में अध्ययनरत कुल 212 छात्र-छात्राओं को पढ़ाने की जिम्मेदारी 1 सरकारी और 3 सहायक शिक्षकों के ऊपर है।

विद्यालय के प्रधानाध्यापक शिवनंदन कुमार ने कहा कि विद्यालय का अपना चहारदीवारी नहीं होने के कारण यहां काफी समस्याएं होती हैं।

उन्होंने आगे बताया कि विद्यालय के दोनों चापानल खराब हैं जिसके कारण बच्चे पास में स्थित पंचायत सचिवालय के चापानल से पानी लाकर पीते हैं।

मौके पर उपस्थित कुछ लोगों ने बताया कि आस-पास के लोग अपने मवेशियों को विद्यालय परिसर में बांध देते हैं जिससे पठन-पाठन तो प्रभावित होता ही है साथ ही इसके कारण यहां प्रायः गंदगी का अंबार लगा रहता है और बच्चों को मवेशियों से लगातार खतरा भी बना रहता है।

विद्यालय के बरामदे और प्रांगण में जगह-जगह पर शराब के टूटे हुए बोतल भी देखे गए जिसको लेकर कुछ लोगों ने कहा कि विद्यालय का इस्तेमाल रात में कुछ असमाजिक तत्वों के द्वारा जुआ और शराब के अड्डे के तौर पर धड़ल्ले से किया जाता है। कई बार बच्चे शीशे के टुकड़ों से घायल भी हो चुके हैं।

सवाल यह है कि सरकार और विभाग ऐसे मामलों पर आखिर कब गंभीर होगी? विद्यालय में चहारदीवारी की नितांत आवश्यकता है साथ ही यहां पर खराब अवस्था में पड़े दोनों चापानलों को भी अविलंब बनाया जाना चाहिए।

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