अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर विशेष

बड़कागांव में योग करने से कई लोगों के हुई है बीमारी दूर, योग से ही रोगों से मिलती है मुक्ति : श्रीकांत निराला

संजय सागर

बड़कागांव :योग एक प्राचीन विद्या है ,जिसकी उत्पत्ति भारत में हजारों वर्ष पहले हुई थी. इसमें शारीरिक आसन (आसन), श्वास अभ्यास (प्राणायाम), ध्यान और नैतिक सिद्धांत शामिल हैं.योग का अभ्यास मन, शरीर और आत्मा को एकीकृत करके समग्र कल्याण को बढ़ावा देता है. हजारीबाग जिले के बड़कागांव प्रखंड भी योग से कभी अछूता नहीं रहा है यहां के लोग योग के महत्व को समझते हैं क्योंकि योग से ही रोग की मुक्ति होती है. बड़कागांव के ऐसे लोगों से आप लोग को परिचय करवा रहा हूं ,जो योग को ज्यादा महत्व देते हैं .यही कारण है कि वे लोग आज भी स्वस्थ है.

 

महीरंजन प्रसाद चौरसिया

 

बड़कागांव मुख्य चौक निवासी 74 वर्षीय महीरंजन प्रसाद चौरसिया 60 वर्षों से योग करते आ रहे हैं .इन्होंने बताया कि कि मैं सातवीं क्लास से योगा कर रहा हूं. और जब मैं आईएससी पढ़ने लगा, तो योग के कारण ही मुझे स्काउट में भी चयन हो गया. इन्होंने बताया कि योग के कारण ही आज तक मुझे कोई बीमारी छू नहीं पाई है. योग से विभिन्न तरह का लाभ है जैसे मस्तिष्क की कार्यप्रणाली में सुधार करता है,तनाव का स्तर कम,लचीलापन बढ़ाता है,

रक्तचाप कम करता है,

फेफड़ों की क्षमता में सुधार करता है,चिंता से राहत दिलाता है.पुराने पीठ दर्द से राहत दिलाता है आदि लाभ है.

 

रामसेवक महतो

 

कर्णपुरा कॉलेज के संस्थापक प्राचार्य राम सेवक महतो (उम्र 67 वर्ष) ने बताया कि वह 30 वर्षों से योग करते आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि योग का प्रेरणा मुझे आर एस एस से मिला. 1994 से आज तक में लगातार योगा कर रहा हूं.योग का लाभ उन्होंने बताया कि योगा करने से मुझे विशेष लाभ मिल रहा है .आज तक मेरे शरीर में सिकुड़न व झुरीपन नहीं आया है .और ना ही किसी प्रकार की बीमारी है .मेरे उम्र के अधिकांश लोग शुगर से जूझ रहे हैं. लेकिन मुझे कुछ नहीं हुआ. बालिका उच्च विद्यालय के प्राचार्य राम लखन महतो (उम्र 55 )ने बताया कि योग की प्रेरणा मुझे पतंजलि से मिला है. मैं 2013 में पतंजलि से जुड़ा. तब से मैं योग कर रहा हूं. योग से मेरा कमर दर्द ,घुटने का दर्द समाप्त हो गया .और हाथ पैर फ्री हो गया.

 

श्रीकांत निराला

 

गोंदलपुरा पंचायत के पूर्व मुखिया श्रीकांत निराला उम्र (59 वर्ष) 1990 से लेकर आज तक लगातार योग करते आ रहे हैं. उन्होंने बताया कि मुझे स्कूल में ही योगा करने का प्रेरणा मिला था .1998 में नेहरू युवा केंद्र द्वारा हरिद्वार में योग का ट्रेनिंग लिया. तब से आज तक झारखंड, बिहार के विभिन्न जिलों में योग का प्रशिक्षण दे रहा हूं .उन्होंने बताया कि मंडूकासन से बवासीर, नौकासान से कमर दर्द, पैर दर्द एवं बढ़ा हुआ पेट कम होता है .कपालभाती से पथरी एवं गैस की बीमारी खत्म होता है . विभिन्न तरह के योग करने से विभिन्न तरह बीमारी दूर होती है. योग करने से मेरा गैस्टिक बीमारी दूर हो गया. इन्होंने बताया कि योग हमेशा खाली पेट में ही करना चाहिए .कुछ योग ऐसे हैं ,जो खाना खाने के बाद करना चाहिए. जैसे वज्रासन से पाचन समस्या दूर होती है.

 

रीना कुमारी

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योग शिक्षिका रीना कुमारी ने बताया कि योग हर व्यक्ति को करना चाहिए क्योंकि योग से ही रोगों से मुक्ति मिलती है. इन्होंने बताया कि योगा करने का प्रेरणा बाबा रामदेव से मिली है .2014 से अब तक लगातार योगा कर रही हूं. और तब से मेरे इम्यूनिटी बढ़ी है .किसी प्रकार की सर्दी खांसी या अन्य तरह के बुखार नहीं आया है. रीना कुमारी ने बताया कि विनोबा भावे विश्वविद्यालय से योग का डिप्लोमा भी किए हैं. और योग का प्रशिक्षण बड़कागांव हजारीबाग अन्य प्रखंड में भी देती हूं . बड़कागांव के खंदारी उत्क्रमित मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक संतोष कुमार उम्र (41वर्ष) ने बताया कि मैं दो वर्षों से लगातार योगा कर रहा हूं. तब से मुझे किसी प्रकार की बीमारी नहीं हुई है. पहले कमर दर्द होता था वह समाप्त हो गया. मैं अपने स्कूल में बच्चों को सिखाता हूं.

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