डायरिया से बचाव हेतु ग्रामीणों को किया गया जागरूक

 

पाकुड़ संवाददाता

 

पाकुड़: शनिवार को पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल पाकुड़ के द्वारा दिनांक 01 जुलाई से 31 अगस्त तक डायरिया रोकथाम अभियान अंतर्गत महेशपुर प्रखंड अंतर्गत शहरग्राम पंचायत के भीमपुर गांव में डायरिया से बचाव हेतु ग्रामीणों को विस्तृत जानकारी दी गई एवं जागरूक किया गया।इस अवसर पर जिला समन्वयक मो० इमरान आलम (आईसी) के द्वारा बताया गया कि डायरिया पाचन से संबंधित एक बीमारी है जिस से व्यक्तिगत को दस्त आना शुरू हो जाता है। बरसात के मौसम में जीवाणुओं के संक्रमण के कारण डायरिया फैलने की संभावना अधिक बनी रहती है जिसका लक्षण दस्त, लूज स्टूल, मतली, पेट में ऐंठन बुखार, भूख न लगना, डिहाइड्रेशन इत्यादि डायरिया से बचाव हेतु शुद्ध पेयजल का उपयोग करें खुला एवं बासी खाना ना खाएं।चापानल के पानी का ही उपयोग करें पानी को उबालकर पिए। खाना खाने से पहले एवं शौच के बाद अपने हाथों को साबुन से रगड़ कर अच्छी तरीका से धोएं। शिशु को भी खाना खिलाने से पहले एवं स्तनपान कराने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरीका से धोलें।वही जलसहिया, आंगनबाड़ी सेविका, स्वयं सहायता समूह की दीदी एवं ग्रामीणों के सहयोग से पेयजल स्रोतों के आसपास नालियों के आसपास ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया। मौके पर जलसहिया दीदी के द्वारा संथाली भाषा में हाथ धोने के सही तरीके को साबुन से हाथो को अच्छी तरह से रगड़ रगड़ कर धोकर बताया गया।वही जिला स्तरीय एनएबीएल लैब के सहायक लैब टेक्नीशियन लुकस हेंब्रम के द्वारा पेयजल की गुणवत्ता जांच हेतु गांडी टोला एवं प्रधान टोला के पेयजल स्रोतों का नमूना लिया गया। साथ ही पेयजल से संबंधित पंपलेट का वितरण भी किया गया।इस अवसर पर प्रखंड समन्वयक अमरेंद्र कुमार सिंह, आंगनबाड़ी सेविका ग्रेसी मुर्मू, जलसहिया सुहागिन देवी स्वास्थ्य विभाग के टीम मुख्य रूप से उपस्थित थे।

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